Bihar News : पटना में रेटिना कॉन्क्लेव का हुआ आयोजन, देश भर के 150 से अधिक नेत्र रोग विशेषज्ञों ने लिया हिस्सा, इस मुद्दे पर हुई चर्चा

Bihar News : पटना में ‘यंग ऑप्थाल्मोलॉजिस्ट ऑफ इंडिया’ और ‘दृष्टिपुंज आई हॉस्पिटल’ की ओर से रेटिना कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया. जिसमें 150 से अधिक नेत्र चिकित्सकों ने हिस्सा लिया......पढ़िए आगे

रेटिना कॉन्क्लेव का आयोजन - फोटो : SOCIAL MEDIA

PATNA : पटना के एक निजी होटल में 20 जुलाई को ‘यंग ऑप्थाल्मोलॉजिस्ट ऑफ इंडिया’ और ‘दृष्टिपुंज आई हॉस्पिटल’ के संयुक्त तत्वावधान में रेटिना कॉन्क्लेव का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस विशेष सम्मेलन में बिहार समेत देशभर से आए 150 से अधिक नेत्र रोग विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार सरकार के शहरी विकास मंत्री जिवेश मिश्रा रहे। मिश्रा ने नई पीढ़ी के नेत्र चिकित्सकों को अत्याधुनिक तकनीकों से लैस होकर जनसेवा करने का आह्वान किया। इस अवसर पर प्रदेश के वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक को गुरु सम्मान से सम्मानित किया गया, जिससे आयोजन में भावनात्मक ऊर्जा भी जुड़ी रही।

कॉनक्लेव में रेटिना यानी आंखों के पर्दे की जटिल बीमारियों की आधुनिक जांच तकनीकों पर विस्तार से चर्चा हुई। ओसीटी, एंजियोग्राफी, अल्ट्रासाउंड और ऑटोफ्लोरसेंस जैसी इमेजिंग तकनीकों की कार्यप्रणाली और उपयोगिता पर विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए। डॉ. अंजना मिराजकर (पुणे), डॉ. अवनींद्र गुप्ता (नई दिल्ली), डॉ. भुवन चनाना, डॉ. कार्तिकेय सिंह (वाराणसी), डॉ. कुशल दिल्लीवाला (अहमदाबाद), डॉ. शिशिर वर्गीस (केरल) समेत कई नामी विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए।

दृष्टिपुंज आई हॉस्पिटल के वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. बंदना तिवारी, डॉ. नवीन झा, डॉ. निलेश कुमार, डॉ. रत्नेश रंजन और डॉ. सत्य प्रकाश तिवारी ने बिहार में रेटिना उपचार के क्षेत्र में आ रही नई चुनौतियों और उनके समाधान पर रोशनी डाली। सम्मेलन में शामिल युवा नेत्र चिकित्सकों ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से उन्हें अत्याधुनिक जांच-पद्धतियों और उपचार तकनीकों की गहरी जानकारी मिलती है, जिससे वे भविष्य में मरीजों को बेहतर सेवा दे पाएंगे।

इस मौके पर  नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सत्य प्रकाश तिवारी ने कहा की “आज के इस रेटिना कॉन्क्लेव से युवा नेत्र चिकित्सकों को जो नवीनतम इमेजिंग तकनीकें सीखने को मिली हैं, उनसे मरीजों को सटीक और समय पर इलाज उपलब्ध कराना अब और आसान होगा। ऐसे शैक्षणिक आयोजन नई पीढ़ी को बेहतर विशेषज्ञ बनने की प्रेरणा देते हैं।”