जिस बेटी के लिए थम गया था पटना, उसी का तोड़ा दिल, किडनी से लेकर चप्पल तक के कहर की कहानी... पॉइंट बाय प्वाइंट समझिए...

Lalu family Controversy: जिस बेटी के लिए लालू यादव ने बिहार की धड़कन रोक दी आज वही बेटी रोते हुए पटना से अपने ससुराल रवाना हो गई। किडनी देकर पिता को जीवनदान देने वाली बेटी के साथ हुई जयादती का आखिर कारण क्या है?

किडनी से चप्पल की कहानी - फोटो : News4nation

Lalu family Controversy: बात 2020 की है.... चारा घोटाला मामले में जेल में बंद लालू यादव लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज जारी था...डॉक्टरों को आशंका थी कि लालू यादव की किडनी खराब है। लेकिन डॉक्टरों की आशंका के उलट मेडिकल रिपोर्ट आई जिसमें पता चला कि किडनी काम कर रही है फिलहाल डायलिसिस की आवश्कता नहीं है। हालांकि तब डॉक्टरों ने माना था कि उनकी किडनी खराब है। इस वाकया के 2 साल बाद यानी 2022 में खबर आई की लालू यादव की किडनी का ऑपरेशन होना है। लालू को किडनी कौन देगा? इसको लेकर चर्चाएं तेज थी...लालू यादव की 9 संतानें हैं....लेकिन पिता को किडनी देने  सामने आई रोहिणी आचार्य। 5 दिसबंर 2022 को रोहिणी आचार्य ने लालू यादव को अपनी एक किडनी दी। दोनों का ऑपरेशन सफल रहा। लालू की लाडली ने अपने पिता को जीवन दान दिया। अभी इस वाकया के 3 साल ही हुए हैं कि वही बेटी रोते हुए अपना परिवार को छोड़ चुकी है। रोहिणी ने अपने परिवार से नाता तोड़ लिया है। उन्होंने कहा है कि अब उनका कोई परिवार नहीं है। आखिर लालू की लाडली के साथ ऐसा क्या हुआ कि उनको अपना परिवार छोड़ना पड़ा आइए समझते हैं....

शादी, किडनी और चप्पल

लालू यादव की लाडली बेटी रोहिणी आचार्य की शादी 2002 में 24 मई को हुई। तब पटना में अलग ही नजारा देखने को मिला था। तब सरेआम सड़कों पर सत्ता के घमंड का उदाहरण देखने को मिलता था। मई की तपती गर्मी में लालू के घर बारात आई थी। राजधानी के पॉश इलाके में 20 एकड़ में फैले मुख्यमंत्री आवास और उसके ठीक बगल में लालू आवास में शादी के पंडाल में 25000 से भी ज्यादा मेहमानों का जमावड़ा लगा था। शादी के लिए भव्य इंतजाम किए गए थे। पूरे पटना या बिहार को खबर थी कि लालू यादव की बेटी रोहिणी की शादी है। इस दौरान सत्ता में गुंडई क रंग भी देखने को मिला। शादी के दिन शहर के कई चार पहिया गाड़ियों के शोरुम, फर्नीचर की दुकानें, मिठाई के बाजार लूटे गए। कथित तौर पर लालू परिवरा के करीबियों ने जो चाहा उठा कर ले गए। रोहिणी की शादी में शामिल होने के लिए बड़े-बड़े अधिकारी, नेता, व्यापारी घंटों खड़े रहे। कथित तौर पर रोहिणी आचार्य की शादी में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ी थी। जिस रोहिणी की शादी को भव्य बनाने के लिए तमाम हथकंडे अपनाई गई वहीं बेटी आज अपने घर से रोती-रोती बाहर निकल गई हैँ। और लालू यादव और राबड़ी देवी बेटी को जाते हुए देखती रहीं। लालू यादव और राबड़ी देवी की बेबसी ऐसी रही कि जीवनदान देने वाली बेटी को ना ही रोक सके और ना ही बेटी की आंसू पोछ सकें। 

बहन की शादी में 12 साल के थे तेजस्वी 

बताया जाता है कि रोहिणी की शादी में तेजस्वी 12 साल के थे। रोहिणी तेजस्वी से बेहद प्यार करती हैं। सोशल मीडिया में दोनों भाई-बहनों की तमाम तस्वीरें मौजूद हैं। रोहिणी हर चुनाव में अपने भाई के लिए खड़ी रहती हैं। लेकिन आज उसी बहन ने तेजस्वी यादव के कारण अपना घर छोड़ दिया है। तेजस्वी यादव और उनके दो करीबियों पर रोहिणी आचार्य ने घर से बाहर निकालने। गाली देने , बेइज्जती करने और घर से निकालने का आरोप लगा रही हैं। हालांकि इस मामले में तेजस्वी की ओर से कोई बयान नहीं दिया गया है। रोहिणी ने अपने पिता को किडनी देने से पहले तनिक संकोच नहीं किया और आज रोहिणी आरोप लगा रही हैं कि उनसे कहा जा रहा है कि उन्होंने अपने पिता को गंदी किडनी लगवा दी। रोहिणी आचार्य अपने परिवार के व्यवहार से आहत हैं। फिलहाल रोहिणी मुंबई में अपनी सास के साथ हैं। 

पिता के लिए रोहिणी का बलिदान 

लालू की लाडली बेटी की जिंदगी में अचानक आए इस तूफान ने लालू परिवार के लिए मुश्किल खड़ा कर दिया है। रोहिणी ने बिहार विधानसाभा चुनाव के रिजल्ट आने के दो दिन बाद 16 नवंबर को अपने 3 बजे के करीब में अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया। इस पोस्ट ने सबको हिला के रख दिया। रोहिणी ने लिखा कि मैं राजनीति और परिवार छोड़ रही हूं, और मैं ऐसा इस लिए कर रही क्योंकि मुझे संजय और रमीज ने ऐसा ही करने को बोला है। इसके बाद देर शाम रोहिणी राबड़ी आवास से निकल गई। रोहिणी ने पटना एयरपोर्ट पर कहा कि, अगर हार को लेकर सवाल पूछोगे तो गाली दी जाएगी, बेइज्जती की जाएगी, चप्पल से मारा जाएगा। अगले दिन दिल्ली में मीडिया से रुआंसे गले से रोहिणी आचार्य ने कहा कि, रोहिणी जो बोलती है, सच बोलती है। जिसको मेरी बात खारिज करनी हो वो मेरे सामने आकर करे। मेरे माता-पिता रो रहे थे। मेरी बहनें रो रही थीं। भगवान ने मुझे यह सौभाग्य दिया कि मुझे इस तरह के माता-पिता मिले। उन्होंने मेरा हमेशा साथ दिया। भगवान ना करे कि किसी के घर में रोहिणी जैसी बहन-बेटी हो। बेटी सारा बलिदान करे और जब वो सवाल पूछे तो कहा जाएगा कि ससुराल में जाओ, तुम्हारी शादी हो गई है।

क्या है लालू-राबड़ी के बेबसी की वजह? 

रोहिणी के आवाज में दर्द था। रो-रोकर रोहिणी का गला बैठ चुका था। रोहिणी अपने परिवार से बेहद नाराज हैं लेकिन उन्हें लालू-राबड़ी से कोई शिकायत नहीं हैं। यानी घटना के समय लालू-राबड़ी इतने बेबस थे कि बेटी की तौहीन होती रही और वो कुछ ना कर सकें वो केवल चुप चाप आंसू बहाते रहे और देखते रहें। लालू यादव ने हाल में इस वाकया को लेकर कहा कि यह उनका परिवारिक माहौल है और वो इस मामले को सुलझा लेंगे। लेकिन सवाल ये खड़ा हो रहा है कि जिस बेटी के लिए लालू ने पूरे पटना को झुका दिया उस बेटी की आज ये हालत क्यों हैं? राजद सुप्रीमो लालू यादव जीवनदान देने वाली अपनी बेटी के लिए कुछ कर क्यों नहीं पाए? तेजस्वी यादव के समक्ष क्या लालू इतने बेबस हैं? सवाल कई हैं और जवाब खामोशी। अब देखना होगी कि आगे क्या होता है..।