'किसी के बाप का नहीं है हिंदुस्तान', लाखों मुसलमानों के सामने मोदी-नीतीश को तेजस्वी ने दी बड़ी चेतावनी
वक्फ विधेयक के खिलाफ जुटी मुसलमानों की भीड़ को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी और बिहार के सीएम नीतीश के खिलाफ हुंकार भरी और मुस्लिमों से बड़ी अपील की.
Bihar News: 'ये देश किसी के बाप का नहीं है. यह हम सबका हिंदुस्तान है.' पटना के गांधी मैदान में रविवार को इमारत-ए-शरिया द्वारा आयोजित ‘वक्फ बचाओ-दस्तूर बचाओ’ विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ये बातें कहीं. वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 का विरोध करने बिहार के कोने कोने से आये मुसलमानों की भारी भीड़ के सामने तेजस्वी यादव ने हुंकार भरते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि न केवल वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने की तैयारी है बल्कि मुसलमानों के साथ ही पिछड़ों और दलितों के मतदान अधिकार को भी छीनने की कोशिश की जा रही है.
तेजस्वी ने बिहार विधानसभा चुनाव के पहले मतदातासूची के गहन पुनरीक्षण का चुनाव आयोग के फैसले को एक बड़ी साजिश करार दिया. उन्होंने कहा कि इससे बिहार में बड़ी संख्या में मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट से कट सकता है. इसलिए हर कोई यह सुनिश्चित करें कि उनका नाम वोटर लिस्ट में रहे. तेजस्वी ने दावा किया कि बिहार से एनडीए सरकार जा रही है. इसलिए भाजपा अब मतदाताओं के खिलाफ साजिश रच रही है. उन्होंने सबसे अपील की कि इस बार के चुनाव में भाजपा को हराने के लिए एकजुट रहना है.
मुस्लिम समुदायों की स्वायत्तता होगी कमज़ोर
इस सम्मेलन के आयोजकों का कहना है कि मुसलमानों में इस बात को लेकर बहुत चिंता है कि संशोधन वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में मुस्लिम समुदायों की स्वायत्तता को कमज़ोर करता है। उनका यह भी आरोप है कि विवादास्पद वक्फ अधिनियम मुसलमानों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन करता है। उनका कहना है कि यह वक्फ संपत्तियों पर नियंत्रण को केंद्रीकृत करता है, धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करता है और इसमें मुस्लिम हितधारकों के साथ पर्याप्त परामर्श का अभाव है। सम्मेलन का उद्देश्य संवैधानिक मूल्यों और अल्पसंख्यक अधिकारों की रक्षा के लिए समुदायों में समर्थन जुटाना है।
समर्थन जुटाने की पहल
आयोजकों को उम्मीद है कि यह विरोध प्रदर्शन कानून के प्रति जनता और राजनीतिक विरोध को बढ़ाएगा और सरकार पर इसके प्रावधानों पर पुनर्विचार करने या उन्हें संशोधित करने का दबाव भी बनाएगा। हालाँकि वक्फ संशोधन अधिनियम को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है, लेकिन सम्मेलन इसके खिलाफ कानूनी चुनौतियों का समर्थन करने के लिए जनता का समर्थन जुटाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
मोदी-नीतीश के खिलाफ नारे
‘वक्फ बचाओ-दस्तूर बचाओ’ रैली में आई भीड़ मौजूदा केंद्र सरकार और बिहार की नीतीश सरकार के खिलाफ भी नाराजगी जाहिर कर रही है. भीड़ का कहना है कि केंद्र सरकार को नीतीश कुमार की पार्टी जदयू का समर्थन मिला है. नीतीश कुमार शुरू से ही खुद को मुसलमानों का हितैषी बताते है लेकिन वक्फ संशोधन के ममाले में उन्होंने हमारे हितों की उपेक्षा वाले कानून को समर्थन दिया है. इससे मुसलमानों के एक बड़े वर्ग में नाराजगी है. आज की रैली में इन सब बातों को रखा जाएगा. साथ ही बिहार विधानसभा चुनाव में भी इसका असर होगा.