Dengue Vaccine Trial -2027 तक जड़ से खत्म होगा कालाजार, डेंगू वैक्सीन 'डेंगीआल' का ट्रायल जारी; RMRI स्थापना दिवस पर बड़ी घोषणा
Dengue Vaccine Trial - डेंगू से निपटने के लिए वैक्सीन 'डेंगीआल' पर ट्रायल चल रहा है। उन्होंने कहा कि यदि यह ट्रायल सफल रहता है, तो यह देश के चिकित्सा जगत के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी।
Patna : अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान (RMRI) ने अपना 62वां स्थापना दिवस और देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 141वीं जयंती धूमधाम से मनाई। इस मौके पर संस्थान के निदेशक ने बिहार और देश के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में दो बड़ी उम्मीदें जगाई हैं। उन्होंने बताया कि डेंगू की वैक्सीन पर ट्रायल चल रहा है और कालाजार के पूर्ण उन्मूलन का लक्ष्य 2027 तक रखा गया है।
डेंगू वैक्सीन 'डेंगीआल' पर चल रहा काम
समारोह को संबोधित करते हुए संस्थान के निदेशक डॉ. कृष्णा पांडे ने बताया कि डेंगू से निपटने के लिए वैक्सीन 'डेंगीआल' पर ट्रायल चल रहा है। उन्होंने कहा कि यदि यह ट्रायल सफल रहता है, तो यह देश के चिकित्सा जगत के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। इसके अलावा, उन्होंने कालाजार उन्मूलन की दिशा में हो रहे कार्यों की जानकारी देते हुए उम्मीद जताई कि वर्ष 2027 तक इसका पूरी तरह से उन्मूलन हो सकेगा। निदेशक ने मलेरिया के उपचार (ट्रीटेमेंट) पर हो रहे नए कार्यों को भी रेखांकित किया।
डॉ. सीपी ठाकुर और एम्स निदेशक ने सराहा कार्य
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार (गया) के कुलपति प्रो. डॉ. सीपी ठाकुर शामिल हुए। उन्होंने कालाजार की रोकथाम की दिशा में RMRI द्वारा किए गए अनुसंधान कार्यों की सराहना की। वहीं, विशिष्ट अतिथि एम्स पटना के कार्यकारी निदेशक प्रो. बिग्रेडियर डॉ. राजू अग्रवाल ने भी कालाजार उन्मूलन में संस्थान के योगदान और शोध कार्यों के महत्व पर प्रकाश डाला।
डॉ. मिताली चटर्जी सम्मानित, सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
समारोह के दौरान कोलकाता के आईपीजीएमईआर (IPGMER) के फार्माकोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. मिताली चटर्जी को प्रतिष्ठित 'डॉ. राजेंद्र प्रसाद व्याख्यान पुरस्कार' से सम्मानित किया गया। इससे पूर्व, अतिथियों ने देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। कार्यक्रम के अंत में वैज्ञानिकों, शोधार्थियों और कर्मियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए और खेलकूद प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
इनकी रही उपस्थिति
कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक डॉ. अभिक सेन ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. वहाब अली ने दिया। इस अवसर पर डॉ. हरिहर दीक्षित, मनीष कुमार, डॉ. आरके टोपनो, डॉ. आशीष कुमार और कर्मी संजय चौबे समेत संस्थान के कई वैज्ञानिक और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
Report - rajnish yadav