Bihar News : पूर्णिया में मंत्री दिलीप जायसवाल ने की पथ निर्माण विभाग की समीक्षा, कहा- 'भ्रष्टाचार पर होगी जीरो टॉलरेंस की नीति'

PURNEA : बिहार सरकार के पथ निर्माण एवं उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल आज अपने एक दिवसीय दौरे पर पूर्णिया पहुंचे। यहाँ समाहरणालय स्थित महानंदा सभागार में उन्होंने पथ निर्माण विभाग की प्रमंडलीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। कार्यक्रम की शुरुआत मंत्री ने दीप प्रज्वलित कर की, जिसमें सदर विधायक विजय खेमका, बनमनखी विधायक कृष्ण कुमार ऋषि, कस्बा विधायक नितेश कुमार सिंह और जिला पदाधिकारी अंशुल कुमार सहित विभाग के तमाम वरीय अधिकारी मौजूद रहे।

बैठक के दौरान मंत्री दिलीप जायसवाल ने प्रमंडल स्तर पर चल रही विभिन्न सड़क परियोजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को सख्त लहजे में निर्देशित किया कि सभी निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण होने चाहिए और उन्हें निर्धारित समय सीमा के भीतर हर हाल में पूरा किया जाए। मंत्री ने स्पष्ट किया कि सड़कों के निर्माण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और विभाग के कार्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिकता है।

भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाते हुए दिलीप जायसवाल ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार को लेकर 'जीरो टॉलरेंस' की नीति पर चल रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसी भी स्तर पर वित्तीय अनियमितता या काम की गुणवत्ता में कमी पाई गई, तो संबंधित अधिकारियों और संवेदकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा सही तरीके से विकास कार्यों में लगना चाहिए।

पूर्णिया जिले के विकास पर चर्चा करते हुए मंत्री ने बताया कि विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में राजकीय राजमार्ग (SH) और राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) के कार्य तीव्र गति से चल रहे हैं। कई महत्वपूर्ण सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य भी प्रक्रिया में है, जिससे जिले में आवागमन सुगम होगा। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य केवल पुरानी सड़कों की मरम्मत करना नहीं, बल्कि आधुनिक बुनियादी ढांचा तैयार करना है ताकि व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिल सके।

अपने संबोधन के अंत में मंत्री ने कहा कि सीमांचल और पूर्णिया क्षेत्र में न केवल सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है, बल्कि 'ग्रीन एक्सप्रेस-वे' जैसी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं पर भी काम तेज कर दिया गया है। इन आधुनिक एक्सप्रेस-वे के बनने से क्षेत्र की कनेक्टिविटी विश्वस्तरीय हो जाएगी। बैठक के अंत में उन्होंने जिला प्रशासन और विभागीय इंजीनियरों को आपसी समन्वय बनाकर अटके हुए प्रोजेक्ट्स को जल्द से जल्द धरातल पर उतारने का निर्देश दिया।

अंकित की रिपोर्ट