Bihar News : पूर्णिया में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का हुआ आयोजन, मंत्री लेशी सिंह ने की 815 मामलों की सुनवाई, राजस्व कर्मियों को लगायी फटकार

PURNEA : शनिवार को धमदाहा अनुमंडल कार्यालय परिसर में 'सरकार आपके द्वार' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बिहार सरकार की मंत्री लेशी सिंह ने खुद मौजूद रहकर आम लोगों की समस्याओं को सुना और उनके त्वरित निष्पादन का भरोसा दिया। मंत्री की मौजूदगी के कारण भारी संख्या में लोग अपनी फरियाद लेकर पहुंचे, जिससे पूरा कार्यालय परिसर जनता की शिकायतों और उनके समाधान की उम्मीदों से भरा नजर आया।

प्रशासन की ओर से जनता की सुविधा के लिए कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों के कुल 15 स्टाल लगाए गए थे। दिन भर चली इस जनसुनवाई में कुल 815 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें सबसे अधिक 305 आवेदन राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से संबंधित थे। इसके अलावा विद्युत विभाग के 214 और खाद्य आपूर्ति विभाग के 112 आवेदन दर्ज किए गए, जबकि शेष 184 आवेदन अन्य सरकारी कल्याणकारी योजनाओं और विभागों से जुड़े रहे।

सुनवाई के दौरान राजस्व कर्मियों द्वारा काम के बदले अवैध वसूली की कई शिकायतें सामने आईं, जिस पर मंत्री लेशी सिंह ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने अधिकारियों और कर्मियों को चेतावनी देते हुए स्पष्ट कहा कि ऐसी मनमानी और भ्रष्टाचार आगे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि जनता के हक की राशि और उनके काम के नाम पर होने वाली लूट को रोकने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं। भ्रष्टाचार की शिकायतों पर सख्त रुख अपनाते हुए लेशी सिंह ने कहा कि वे इस मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारी (DM) को निर्देशित करेंगी। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को हिदायत दी कि जनता को अनावश्यक रूप से परेशान न किया जाए। मंत्री के इस तेवर से जहां लापरवाह कर्मियों में हड़कंप दिखा, वहीं पीड़ितों में न्याय की उम्मीद जगी।

कार्यक्रम के अंत में मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य प्रशासन को जनता के दरवाजे तक ले जाना है और यह अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा। इस अवसर पर अनुमंडल और प्रखंड स्तर के तमाम वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। मंत्री ने साफ लहजे में दोहराया कि सरकारी तंत्र जनता की सेवा के लिए है और जो भी इसमें बाधा बनेगा या अवैध कार्यों में संलिप्त पाया जाएगा, उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। 

पूर्णिया से अंकित की रिपोर्ट