Vote Adhikar Yatra: सासाराम से वोट अधिकार यात्रा, लालू भी मंच पर मौजूद, राहुल-तेजस्वी की जोड़ी ने गरमाया बिहार का चुनावी मैदान
Vote Adhikar Yatra: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन ने जिस "वोट अधिकार यात्रा" का ऐलान किया था, उसकी धमाकेदार शुरुआत आज सासाराम से हुई। ...
Vote Adhikar Yatra: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन ने जिस "वोट अधिकार यात्रा" का ऐलान किया था, उसकी धमाकेदार शुरुआत आज सासाराम से हुई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव इस यात्रा के अगुवा बने हैं। राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना किया।
सासाराम के सुअरा हवाई अड्डा मैदान में आयोजित विशाल सभा ने चुनावी गर्मी को चरम पर पहुँचा दिया। हजारों की संख्या में जुटी भीड़ “वोट चोर गद्दी छोड़” के नारों से गूंज उठी। महागठबंधन का दावा है कि यह यात्रा सिर्फ राजनीतिक शो नहीं, बल्कि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की लड़ाई है।
भारी भीड़, बड़े चेहरे और गरजते नेता
सासाराम कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वीआईपी चीफ मुकेश सहनी, सीपीआई-एमएल महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव और तेजस्वी यादव मंच पर मौजूद हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी विशेष विमान से गयाजी एयरपोर्ट पहुँचे और वहाँ से हेलिकॉप्टर से सासाराम पहुँचे। सभा स्थल तक पहुँचने के लिए एसपी जैन कॉलेज में विशेष हेलीपैड बनाया गया है।
मुकेश सहनी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि “यह यात्रा लोकतंत्र बचाने की यात्रा है। वोट का अधिकार नहीं होता तो न लालू यादव मुख्यमंत्री बनते और न एक मल्लाह का बेटा बिहार में मंत्री बन पाता। मगर आज चुनाव आयोग विपक्ष से ही लड़ाई कर रहा है। आयोग अब जनता को जवाबदेह नहीं, बल्कि पीएम मोदी की जेब में नजर आ रहा है।”
भूपेश बघेल का वार – "वोट चोरी से बनी है मोदी सरकार"
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “सासाराम से आज ऐतिहासिक यात्रा शुरू हुई है। जहां अन्याय और अधिकारों की लूट होगी, वहां जनता राहुल गांधी की तरफ उम्मीद से देखती है। मोदी सरकार चुनी हुई नहीं, बल्कि वोट चोरी कर बनी हुई सरकार है।”
पप्पू यादव बोले – "संविधान बचाने निकले राहुल"
पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी 10,000 किलोमीटर पैदल चलकर जनता की आवाज बने हैं। “वह राजनीतिक लाभ-हानि के लिए नहीं, बल्कि नफरत मिटाने, किसानों की बेहतरी, युवाओं के रोजगार और चुनाव आयोग की लूट रोकने के लिए निकले हैं।”
दीपांकर भट्टाचार्य का हमला – "35 लाख मजदूरों के नाम वोटर लिस्ट से गायब"
सीपीआई-एमएल महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने वोटर लिस्ट में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बिहार के 35 लाख मजदूर, जो बाहर रहते हैं, उनके नाम सूची से हटा दिए गए हैं। यहां तक कि कई जीवित लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने अपील की कि “वोट चोरी और वोटबंदी नहीं चलेगी, जनता इस यात्रा से जुड़े।”
16 दिनों का सफर, पटना में होगा भव्य समापन
राहुल-तेजस्वी की यह यात्रा 16 दिनों तक चलेगी और 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में विशाल रैली के साथ समाप्त होगी।
17 अगस्त को यात्रा सासाराम से डेहरी ऑन सोन, रोहतास पहुँचेगी।
18–19 अगस्त: औरंगाबाद, गया, नवादा, बरबीघा।
21 अगस्त: शेखपुरा, जमुई, मुंगेर।
22–23 अगस्त: भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया।
24–29 अगस्त: अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सीवान।
30अगस्त: छपरा से आरा।
1 सितंबर: पटना के गांधी मैदान में महासभा।
सासाराम से निकली “वोट अधिकार यात्रा” ने साफ कर दिया है कि महागठबंधन चुनावी लड़ाई को सीधे जनता बनाम सत्ता की जंग बनाने की कोशिश कर रहा है। मंच से उठे नारे और नेताओं के आक्रामक तेवर इस बात का संकेत हैं कि आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति का पारा और चढ़ेगा।
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या यह यात्रा बिहार की जनता को उतना ही प्रभावित कर पाएगी जितना महागठबंधन उम्मीद कर रहा है, या यह महज एक चुनावी शो तक सीमित रह जाएगी?