आजाद हिंद फौज के नितेश सिंह महाराज का कोर्ट में सरेंडर, 10 साल पुराने मामले में कहा- मैं निर्दोष

नितेश सिंह महाराज बिहार में माओवादियों के खिलाफ कथित रूप से बनाए गए संगठन आजाद हिंद फौज के संस्थापक माने जाते हैं और उनके संगठन ने माओवादियों पर कड़ा प्रहार करने का दावा किया गया था।....

आजाद हिंद फौज के नितेश सिंह महाराज का कोर्ट में सरेंडर- फोटो : reporter

Shivhar: तरियानी छपरा निवासी और बेलसंड विधानसभा से जनसुराज के उम्मीदवार रहे मुखिया अपर्णा सिंह के पति, नितेश सिंह महाराज ने कथित पुराने मामले में शिवहर कोर्ट में देर शाम आत्मसमर्पण किया। नितेश सिंह महाराज बिहार में माओवादियों के खिलाफ कथित रूप से बनाए गए संगठन आजाद हिंद फौज के संस्थापक माने जाते हैं और उनके संगठन ने माओवादियों पर कड़ा प्रहार करने का दावा किया गया था।

शिवहर SP शैलेश कुमार ने बताया कि पुलिस की सक्रिय दबिश के कारण नितेश सिंह महाराज ने आत्मसमर्पण किया है। पुलिस उनके खिलाफ अन्य मामलों में भी रिमांड लेने की तैयारी में है। महाराज की इलाके में पकड़ इतनी मजबूत है कि पिछले 10 साल से लगातार मुखिया उनके परिवार के ही सदस्य रहे हैं, पहले पिता और पिछले 5 साल से पत्नी अपर्णा सिंह। जनसुराज के टिकट से अपर्णा सिंह को NDA की लहर के बावजूद करीब 20 हजार वोट प्राप्त हुए थे।

कोर्ट में उनके अधिवक्ता अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि यह मामला 2015 का है और उस समय नितेश सिंह किसी चुनावी गतिविधि में शामिल नहीं थे। उनका कहना है कि मामले में नाम जोड़ना राजनीतिक कारणों से प्रेरित प्रतीत होता है।

आत्मसमर्पण के दौरान नितेश सिंह महाराज ने कहा, “मैं कानून और न्यायालय का सम्मान करता हूँ। यह मामला दस वर्ष पुराना है और मैं इसमें पूरी तरह निर्दोष हूँ। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।” महाराज ने यह भी स्पष्ट किया कि वे न्यायिक प्रक्रिया में सहयोग करते रहेंगे और सत्य उजागर होने तक न्याय पर भरोसा बनाए रखेंगे।

पूर्व में नितेश सिंह महाराज 2017 और 2022 में जेल जा चुके हैं, और 14 जनवरी 2023 से जमानत मिलने के बाद से वे लगातार सामाजिक और जनसरोकार के कार्यों में सक्रिय रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में उनकी पकड़ मजबूत है और कई स्थानीय अभियानों में वे आगे रहे हैं।

इस घटना के बाद उनके समर्थकों और स्थानीय नागरिकों में सहानुभूति और समर्थन देखने को मिला। कई ने कहा कि नितेश सिंह महाराज हमेशा जनता के बीच रहे हैं और उनका योगदान सामाजिक कार्यों में उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने न्यायपालिका और जिला प्रशासन पर पूर्ण विश्वास व्यक्त किया।

रिपोर्ट-मनोज कुमार