Bihar Soldier Shaheed:देश ने खोया जांबाज सपूत, जैसलमेर में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए पंकज, राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई

Bihar Soldier Shaheed: देश की रक्षा में तैनात एक और सपूत ने ड्यूटी निभाते हुए अपने प्राण गंवा दिए। जैसलमेर में तैनात सेना के जवान पंकज कुमार रजक की मौत फायरिंग अभ्यास के दौरान हुई।

देश ने खोया जांबाज सपूत- फोटो : reporter

Bihar Soldier Shaheed: देश की रक्षा में तैनात एक और सपूत ने ड्यूटी निभाते हुए अपने प्राण गंवा दिए। जैसलमेर (राजस्थान) में तैनात सेना के जवान पंकज कुमार रजक (40) की मौत फायरिंग अभ्यास के दौरान हुई। जानकारी के अनुसार, टैंक में पानी भर जाने के कारण वह बेहोश हो गए थे। यह घटना 7 जुलाई को हुई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान 16 जुलाई को उनकी मौत हो गई।

पंकज कुमार बिहार के भगवानपुर के सराय थाना क्षेत्र अंतर्गत पौड़ा मदन सिंह गांव के निवासी थे। उनके निधन की खबर मिलते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिजन तत्काल राजस्थान पहुंचे, लेकिन जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे पंकज उन्हें छोड़कर हमेशा के लिए विदा हो गए।

पंकज ने 13 साल पहले सेना में नौकरी जॉइन की थी। साल भर बाद उनकी शादी हाजीपुर के अकिलाबाद में हुई थी। इस वर्ष 25 अप्रैल को वह एक महीने की छुट्टी पर घर आए थे, लेकिन अचानक आपात स्थिति में उन्हें 15 दिन बाद ही ड्यूटी पर लौटना पड़ा।

पंकज के पिता मनोज रजक पंजाब में एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं, जबकि उनके दादा महेश रजक BSF में एसआई पद से सेवानिवृत्त हैं। फौज से जुड़ा यह परिवार अब शोक में डूबा है। पंकज का एक डेढ़ साल का मासूम बेटा भी है, जिसे शायद अब तक यह एहसास नहीं कि उसका पिता अब कभी लौटकर नहीं आएगा।

19 जुलाई की सुबह जैसे ही पंकज का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, वहां हजारों की संख्या में लोग उमड़ पड़े। हर आंख नम थी, और हर चेहरा ग़मगीन। परिवार के सदस्यों की चीख-पुकार ने माहौल को और भावुक बना दिया। क्षेत्रीय विधायक संजय सिंह भी मौके पर पहुंचे और श्रद्धांजलि दी।

भारतीय सेना ने राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। गार्ड ऑफ ऑनर के साथ पंकज को सैल्यूट किया गया। अंतिम संस्कार के समय पूरा गांव मौन था – सिर्फ हवा में गूंजती थी एक बात – "एक और बेटा देश पर कुर्बान हो गया।"

रिपोर्ट- ऋषभ कुमार