vaishali Crime: वैशाली में बुजुर्ग को कार से कुचलने और शव को नदी में फेंकने का मामला! महिला वार्ड पार्षद समेत 3 गिरफ्तार
vaishali Crime: वैशाली के राघोपुर ब्लॉक परिसर में डिजायर कार से बुजुर्ग को कुचल कर घायल करने और बाद में शव को नदी में फेंकने के मामले में महिला वार्ड पार्षद समेत तीन लोग गिरफ्तार।
vaishali Crime: बिहार के वैशाली जिले के राघोपुर प्रखंड परिसर में 24 जुलाई को घटित एक हृदयविदारक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। नवनिर्वाचित महिला वार्ड पार्षद किरण देवी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आई थीं, लेकिन इसी दौरान उनकी डिजायर कार से 60 वर्षीय बुजुर्ग लाल बहादुर दास को कुचल दिया गया।
घटना की जगह और समय — राघोपुर ब्लॉक परिसर, दोपहर के आसपास — शपथ ग्रहण की हलचल के बीच हुई। इस दुर्घटना को दुर्घटना के बजाय साजिश के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि घटना के बाद घायल व्यक्ति को कार में डालकर गुपचुप तरीके से नदी में फेंक दिया गया।
गिरफ्तार आरोपी: महिला वार्ड पार्षद और अन्य प्रभावशाली लोग शामिल
पुलिस द्वारा जारी बयान के अनुसार इस मामले में सात लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनमें से तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनके नाम निम्न हैं:
किरण देवी – नवनिर्वाचित वार्ड पार्षद, वार्ड संख्या 3, राघोपुर पश्चिमी
राजन कुमार उर्फ राजा – सरपंच मुन्ना सिंह का पुत्र
गनौर साह – स्व. जगू साह का पुत्र
एसडीपीओ सुबोध कुमार ने पुष्टि की कि कार चंदन कुमार चला रहा था, जिसकी गिरफ्तारी फिलहाल बाकी है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
पुलिस को मिले साजिश के संकेत
प्रारंभिक जांच और गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में यह तथ्य सामने आया है कि गाड़ी को पार्किंग के दौरान बुजुर्ग को कुचल दिया गया। लेकिन इसके बाद जो हुआ, वह दुर्घटना से ज्यादा एक रची हुई साजिश की ओर इशारा करता है।घायल बुजुर्ग को बिना अस्पताल ले जाए। कार में छिपाकर लाल बाबा मठ घाट के पास नदी में फेंक दिया गया,ताकि घटना के साक्ष्य मिटाए जा सकें।इस समय राघोपुर थाना, जुड़ावनपुर थाना और एसडीआरएफ की टीम मिलकर शव की तलाश कर रही है।
पुलिस और प्रशासन की स्थिति
एसडीपीओ ने बताया कि घटना के बाद डिजायर कार की बरामदगी के लिए छापेमारी की जा रही है। पीड़ित परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। पीड़ित के लिए मुआवजा प्रस्ताव प्रशासन को भेजा गया है। स्थानीय लोगों ने इस मामले को अपराध और सत्ता के गठजोड़ का गंभीर उदाहरण बताया है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।