Reliance Market Cap: रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फिर रचा इतिहास! 20 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप को किया पार

Reliance Market Cap: रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 26 जून 2025 को फिर रचा इतिहास और 20 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप को छू लिया। जानिए शेयरों में तेजी और निवेशकों की रुचि की पूरी कहानी।

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने रचा इतिहास- फोटो : SOCIAL MEDIA

Reliance Market Cap: रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों ने  26 जून 2025 को  एक बार फिर इतिहास रच दिया। बीएसई (BSE) पर कंपनी के शेयर में लगभग 2.14% की उछाल देखी गई और यह ₹1,495.20 के स्तर पर बंद हुआ। यह उछाल कंपनी के निवेशकों के लिए एक सुखद संकेत था, खासतौर पर पिछले एक साल की गिरावट के बाद।

हालांकि फरवरी 2024 में कंपनी का शेयर 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर ₹2,957.80 तक पहुंचा था, फिर भी इस ताजा उछाल के साथ रिलायंस ने 20 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप को फिर से पार कर लिया। बीएसई के आंकड़ों के मुताबिक, इस दिन कंपनी का मार्केट कैप ₹20,23,375.31 करोड़ रुपये था, जो इसे भारत की सबसे अधिक वैल्यू वाली कंपनी बनाता है।

क्यों बढ़ रही है निवेशकों की दिलचस्पी?

पिछले कुछ महीनों में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कई रणनीतिक कदम उठाए हैं—चाहे वो टेलीकॉम और रिटेल डिवीज़न में विस्तार हो या ग्रीन एनर्जी सेक्टर में निवेश। इन सभी प्रयासों ने निवेशकों के विश्वास को मजबूत किया है। इसके परिणामस्वरूप, कंपनी का शेयर एक महीने में 23% का रिटर्न दे चुका है, जो कि एक रिकॉर्ड है।निवेशकों को यह भी उम्मीद है कि रिलायंस का Jio प्लेटफॉर्म और डिजिटल सेवाओं का विस्तार आने वाले वर्षों में रेवेन्यू को काफी बढ़ाएगा, जिससे शेयरों की मांग और मूल्य दोनों में वृद्धि होगी।

मार्केट कैप की ऐतिहासिक यात्रा: 1 लाख से 20 लाख करोड़ तक

रिलायंस इंडस्ट्रीज की ग्रोथ यात्रा भी किसी प्रेरणादायक कहानी से कम नहीं है। 2005 में इसका मार्केट कैप मात्र ₹1 लाख करोड़ था, जो 2007 तक क्रमशः ₹2, ₹3 और ₹4 लाख करोड़ तक पहुंच गया। इसके बाद:

2017: ₹5 लाख करोड़

2019: ₹10 लाख करोड़

2021: ₹15 लाख करोड़

2025: ₹20 लाख करोड़ (फिर से)

इससे स्पष्ट होता है कि कंपनी ने हर आर्थिक चुनौती के बावजूद अपनी विकास दर को बरकरार रखा है।

रिलायंस के प्रतिद्वंद्वियों की स्थिति

हालांकि रिलायंस इस समय मार्केट कैप के लिहाज़ से भारत की नंबर 1 कंपनी है, लेकिन इसके पीछे अन्य दिग्गज कंपनियां भी हैं:

HDFC बैंक – ₹15,91,218 करोड़

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज – ₹12,45,219 करोड़

भारती एयरटेल – ₹11,44,851 करोड़

ICICI बैंक – ₹10,27,838 करोड़

इन आंकड़ों से साफ है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज बाकी कंपनियों से काफी आगे निकल चुकी है।