वेदांता के शेयर में तेजी, ये हैं वो 4 कारण जिनकी वजह से निवेशकों का भरोसा बढ़ा
वेदांता (Vedanta) का शेयर 6 मार्च 2025 को करीब 4% उछल गया, और बीते 5 दिनों में लगभग 10% की वृद्धि देखी गई है। हालांकि, छह महीने की अवधि में यह शेयर 5% गिरा है, लेकिन पिछले एक साल में इसने 55% का शानदार रिटर्न दिया है।

वेदांता (Vedanta) का शेयर 6 मार्च 2025 को करीब 4% उछल गया, और बीते 5 दिनों में लगभग 10% की वृद्धि देखी गई है। हालांकि, छह महीने की अवधि में यह शेयर 5% गिरा है, लेकिन पिछले एक साल में इसने 55% का शानदार रिटर्न दिया है। कंपनी के डिमर्जर प्लान और कई अन्य सकारात्मक संकेतों की वजह से यह तेजी देखने को मिली है। आइए, जानते हैं वेदांता के शेयर में आई इस तेजी के पीछे के चार अहम कारण:
1. वेदांता का डिमर्जर प्लान
वेदांता अपने विशाल कारोबार को 5 अलग-अलग कंपनियों में बांटने की योजना पर काम कर रही है। यह रणनीति कंपनी को प्रत्येक बिजनेस सेगमेंट पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर प्रदान करेगी। डिमर्जर के लिए कंपनी को पहले ही व्यापक समर्थन मिल चुका है, क्योंकि 83% क्रेडिटर्स ने इसे मंजूरी दी है, जबकि आवश्यकता केवल 75% की थी। इस मंजूरी ने निवेशकों को यह विश्वास दिलाया है कि वेदांता का डिमर्जर भविष्य में सकारात्मक परिणाम देगा।
2. Emkay Global का बुलिश आउटलुक
वेदांता को लेकर Emkay Global Financial Services ने अपनी रिपोर्ट में 'बाय' रेटिंग दी है और इसका टारगेट प्राइस ₹575 तय किया है। रिपोर्ट में यह कहा गया है कि Hindustan Zinc की भूमिका वेदांता के लिए अहम होगी, क्योंकि यह कंपनी की EBITDA में लगभग 40% का योगदान करती है। इससे वेदांता के भविष्य के ग्रोथ संभावनाओं में और भी मजबूती आने की संभावना है।
3. Hindustan Zinc की ग्रोथ स्ट्रैटेजी
Hindustan Zinc, जो वेदांता की महत्वपूर्ण सहायक कंपनी है, ने 2030 तक अपनी उत्पादन क्षमता को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी के अनुसार, 2027-28 तक 250 किलो टन माइनिंग और स्मेल्टिंग क्षमता बढ़ाई जाएगी, जिसके लिए लगभग 1-1.2 बिलियन डॉलर का निवेश किया जाएगा। इस विस्तार से कंपनी को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बने रहने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही, Hindustan Zinc को माइन री-ऑक्शन में 'Right of First Refusal' मिलेगा, जिससे कंपनी के लिए अपनी मौजूदा खदानों को बनाए रखना और भी आसान हो जाएगा।
4. डिविडेंड आउटलुक और कंपनी की रणनीति
वेदांता ने 2024 में कई बार अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया है, लेकिन भविष्य में डिविडेंड भुगतान में कमी आ सकती है। कंपनी अपने एक्सपेंशन प्रोजेक्ट्स के लिए कुछ कर्ज ले सकती है, जो सस्ते रेट पर उपलब्ध है। ब्रोकरेज रिपोर्ट्स के मुताबिक, वेदांता अब अपनी ऑपरेटिंग कैश फ्लो को ग्रोथ कैपेक्स और डिविडेंड के बीच संतुलित करेगी, जिससे डिविडेंड में कमी संभव है। हालांकि, इसका मतलब यह है कि कंपनी अपनी भविष्य की ग्रोथ योजनाओं पर अधिक ध्यान देगी।
वेदांता के लिए डिमर्जर प्लान, Hindustan Zinc की आक्रामक ग्रोथ रणनीति और मजबूत एसेट पोर्टफोलियो भविष्य में कंपनी की ग्रोथ के मजबूत आधार साबित हो सकते हैं। हालांकि, डिमर्जर में NCLT की रुकावट और डिविडेंड में संभावित कमी जैसी चुनौतियां भी सामने आ सकती हैं। फिर भी, ब्रोकरेज फर्म्स, जैसे कि Emkay, वेदांता को खरीदने की सलाह दे रही हैं, जिससे निवेशकों में विश्वास बना हुआ है।