Bihar Bhabhi Boyfriend: भाभी के अफेयर में दखल देना देवर को पड़ा भारी, देवर पर दाग दी गोली, इश्क के नशे में लवर का तमंचा…
Bihar Bhabhi Boyfriend: कहते हैं, इश्क़ में ग़ुस्सा और तमंचा दोनों का सेहरा बहुत जल्दी बंध जाता है।यही हुआ।अब बस यही चर्चा है इश्क की गलियों में अक्सर ऐसा ही होता है… कोई दिल देकर रोता है, कोई जान लेकर भाग जाता है।
Bihar Bhabhi Boyfriend: इश्क की ऐसी दास्तान-ए-खून सामने आई है, जिसने पूरे गांव को सकते में डाल दिया। लखीसराय के पीरीबाजार थाना इलाके के बरियापुर के पवन सदा का एक विवाहित महिला से वर्षों पुराना इश्क़-मुहब्बत का रिश्ता चल रहा था। मोहब्बत भी ऐसी कि दो साल तक दोनों हरियाणा के बल्लभगढ़ में एक ही छत के नीचे रहे। मगर छह महीने पहले महिला किसी ग़ैरत या मजबूरी के नाम पर वापस गांव लौट आई और अपने पति के साथ रहने लगी।
लेकिन इश्क़ की पगडंडी इतनी आसान कहाँ? दिल तो वहीँ अटका थापवन के पास। उधर महिला का देवर मिथिलेश सदा इस पूरी कहानी को गांव की बदनामी मानकर कई दिनों से अंदर ही अंदर जल रहा था। शुक्रवार की देर रात उसने पवन को समझाने की कोशिश की भाभी से दूर रहो, ये रास्ता ठीक नहीं। बस, यही एक जुमला पवन के दिल में तीर की तरह उतर गया। कहते हैं, इश्क़ में ग़ुस्सा और तमंचा दोनों का सेहरा बहुत जल्दी बंध जाता है।यही हुआ।
पवन ने आवेश में अपना पिस्तौल निकाला और सीधे मिथिलेश की जांघ पर फायर झोंक दिया। गोलियों की तड़तड़ाहट ने शांत रात का सीना चीर दिया और मिथिलेश वहीं जमीन पर ढेर हो गया। वारदात के बाद पवन मौके से ऐसे फरार हुआ, मानो धुंध में गुम हो गई परछाई हो।
गांव वाले गोली की आवाज़ सुनकर दौड़े। लहूलुहान मिथिलेश को पहले स्थानीय वैद्य के पास ले जाया गया, लेकिन उसकी हालत नाज़ुक देखकर तुरंत पटना रेफर कर दिया गया। फिलहाल उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टर उसकी हालत पर नज़र रखे हुए हैं।
पीरीबाज़ार थानाध्यक्ष रोहित कुमार ने बताया कि अभी तक पीड़ित परिवार की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं आई है। लेकिन पुलिस अपने स्तर से मामले की तफ्तीश कर रही है। पवन सदा फरार है और उसकी तलाश में अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी जारी है।गांव में अब बस यही चर्चा है इश्क की गलियों में अक्सर ऐसा ही होता है… कोई दिल देकर रोता है, कोई जान लेकर भाग जाता है।
इस वारदात ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मुहब्बत जब हद से गुजरती है तो कानून-व्यवस्था का धागा भी कमजोर पड़ जाता है। पुलिस अब इस इश्क और इंसानियत की लड़ाई को कानून की शक्ल देने में जुटी है।