Bihar Crime: सुशासन पर सवाल, मुजफ्फरपुर में 'दरिंदगी का सिलसिला', एक हफ्ते में तीन नाबालिगों से दुष्कर्म, दो की मौत
Bihar Crime: बिहार के मुजफ्फरपुर में एक हफ्ते में तीन नाबालिगों से दुष्कर्म की घटनाएँ हुईं हैं जिनमें दो की मौत हो गई है।
Bihar Crime: बिहार में "सुशासन बाबू" के राज में महिलाएं और बेटियां अब अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं। यह आरोप हम नहीं लगा रहे, बल्कि मुजफ्फरपुर के कुढ़नी प्रखंड से पिछले एक हफ्ते में सामने आए दिल दहला देने वाले आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। महज एक हफ्ते में एक ही प्रखंड में तीन नाबालिगों के साथ दुष्कर्म की घटनाएँ घटी हैं, जिनमें से दो मासूमों की तो जान भी चली गई है।
तुर्की थाना क्षेत्र में एक और नाबालिग से दरिंदगी
अभी कुढ़नी में 9 साल और 15 साल की दो बच्चियों के साथ हुई दरिंदगी का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि उसी कुढ़नी प्रखंड के तुर्की थाना क्षेत्र से एक और नाबालिग से दुष्कर्म का मामला सामने आ गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि जिस दिन महादलित समाज की रेप पीड़िता की इलाज के अभाव में मौत हुई, उसी दिन तुर्की थाना क्षेत्र से यह तीसरा मामला दर्ज हुआ।
शनिवार देर रात की घटना, दबंग आरोपी फरार
यह ताजा घटना शनिवार देर रात की है। तुर्की थाना क्षेत्र के एक गांव में, गांव के ही एक दबंग युवक ने 13 से 14 साल की नाबालिग को बहला-फुसलाकर एक लाइन होटल पर ले गया और वहां उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। आरोपी उसी गांव का रहने वाला है और स्थानीय तौर पर काफी दबंग बताया जा रहा है। घटना के बाद से आरोपी गिरफ्तारी के डर से फरार है।
पुलिस जांच में जुटी, एफएसएल टीम ने जुटाए सबूत
मामला संज्ञान में आने के बाद, महिला थाना में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। महिला थानाध्यक्ष अदिति कुमारी ने बताया कि आवेदन प्राप्त होने के बाद केस दर्ज कर लिया गया है और मामले की छानबीन की जा रही है। पीड़िता का मेडिकल कराया गया है। एफएसएल की टीम और डीएसपी पश्चिमी 2 अनिमेष चंद्र ज्ञानी भी पीड़िता के घर पहुंचे और घटनास्थल की जांच कर वहां से नमूने जुटाए हैं।
बिहार में आखिर कानून-व्यवस्था का क्या हाल है? शराबबंदी के बाद भी अपराध क्यों नहीं रुक रहे? और सबसे महत्वपूर्ण, क्या "सुशासन बाबू" अपनी बहु-बेटियों को सुरक्षा दे पा रहे हैं, या यह केवल चुनावी जुमला बनकर रह गया है? इन घटनाओं ने निश्चित रूप से बिहार सरकार और पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनका जवाब जनता जानना चाहती है।
रिपोर्ट- मणिभूषण शर्मा