कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी को गार्ड ऑफ ऑनर देना पड़ा भारी, DGP ने किया SP से जवाब तलब
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल एक वीडियो में वृंदावन के कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर देने से विवाद बढ़ गया है
Pundrik Goswami : वृंदावन के कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी को उत्तर प्रदेश के बहराइच में पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद DGP ने SP पूरे मामले को लेकर जवाब तलब किया है। गार्ड ऑफ ऑनर लेने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसके बाद से विपक्ष भी यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार को घेर रही है। एक कथावाचक को गार्ड ऑफ़ ऑनर देना कैसे प्रोटोकॉल के तहत इसे लेकर विपक्ष ने योगी सरकार को घेरा है। बढ़ते विवाद के बीच DGP ने SP से पूरे मामले को लेकर जवाब तलब कर पूरी स्थिति की जानकारी मांगी है।
कौन हैं कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी
वृंदावन में 20 जुलाई, 1988 को पुंडरीक गोस्वामी का जन्म हुआ। पुंडरीक गोस्वामी के दादा और पिता दोनों की कथावाचक हैं। दादा प्रसिद्ध संत अतुल कृष्ण गोस्वामी जी महाराज हैं और पिता श्रीभूति कृष्ण गोस्वामी जी महाराज हैं। पुंडरीक गोस्वामी का परिवार पिछले 38 पीढ़ियों भगवत कथा कहने के काम में लगा है। पुंडरीक गोस्वामी ने परिवार की इस परम्परा को आगे बढ़ाया है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद पुंडरीक गोस्वामी वृंदावन में भागवत के 'युवराज' के जाना जाता है।
लाखों रुपए में होती है कथा
पुंडरीक गोस्वामी को लेकर कहा जाता है कि वह अपनी कथा के लिए आयोजकों से 50 लाख रुपए तक का चार्ज करते हैं। देश-विदेश में पुंडरीक गोस्वामी के कथा का आयोजन होता है। उनकी कथा के लिए बुकिंग महीनों पहले हो जाती है। साथ ही लाखों रुपए की फीस भी जमा कराई जाती है।
कैसे बढ़ा विवाद
पुंडरीक गोस्वामी पिछले दिनों बहराइच गए थे। वहीं का एक वीडियो वायरल है जिसमें उन्हें पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ़ ऑनर देते हुए दिख रहा है। सामान्यतः गार्ड ऑफ़ ऑनर देने का प्रावधान नियमों के तहत होता है। लेकिन एक कथावाचक के लिए इस प्रकार का गार्ड ऑफ़ ऑनर देने से राजनीतिक विवाद बढ़ गया है।