CBI Raid: CBI ने सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल को 3 लाख रिश्वत लेते दबोचा, निकला धनकुबेर, घर से करोड़ों रुपए बरामद

CBI Raid: सीबीआई ने सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल को 3 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए दबोचा। जिसके बाद लेफ्टिनेंट कर्नल के आवास पर सीबीआई ने छापेमारी की। जहां से करोड़ों रुपए कैश बरामद हुए जिसके देख अधिकारियों के भी होश उड़ गए।

सेना का अधिकारी निकला धनकुबेर - फोटो : social media

CBI Raid:  भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए जांच एजेंसियों की कार्रवाई जारी है। जांच एजेंसी बिहार सहित पूरे देश में एक्टिव मोड पर है। इसी बीच केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) ने बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई ने रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग में तैनात एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी को 3 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। भ्रष्ट अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा है। इनको कथित तौर पर बेंगलुरु स्थित एक कंपनी से 3 लाख रुपए की रिश्त लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। 

लेफ्टिनेंट कर्नल धराया 

यही नहीं सीबीआई ने इसके बाद लेफ्टिनेंट कर्नल के कई ठिकानों पर छापेमारी भी की। जहां से करोड़ों रुपए कैश बरामद हुए हैं। जानकारी अनुसार ,सीबीआई ने अंतरराष्ट्रीय सहयोग और निर्यात विभाग में डिप्टी प्लानिंग ऑफिसर के पद पर तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा और उनकी पत्नी कर्नल काजल बाली के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। कर्नल काजल बाली वर्तमान में राजस्थान के श्रीगंगानगर में 16 इन्फैंट्री डिवीजन ऑर्डनेंस यूनिट की कमांडिंग ऑफिसर के रूप में कार्यरत हैं।

छापेमारी में मिला कुबेर का खजाना

जांच एजेंसी ने आरोपियों के दिल्ली और श्रीगंगानगर स्थित ठिकानों पर तलाशी ली, जिसमें भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई। दिल्ली स्थित आवास से 2.23 करोड़ रुपये नकद और रिश्वत के 3 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए लेफ्टिनेंट कर्नल गिरफ्तार हुए। तो वहीं श्रीगंगानगर (कर्नल काजल बाली का आवास) से 10 लाख रुपये नकद बरामद हुए हैं। 

क्या है पूरा मामला?

CBI के प्रवक्ता के अनुसार, लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक शर्मा रक्षा उत्पादों के निर्माण और निर्यात से जुड़ी निजी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रच रहे थे। बताया जा रहा है कि  शर्मा कंपनियों को अवैध तरीके से अनुचित लाभ पहुँचाने के बदले नियमित रूप से रिश्वत ले रहे थे। बेंगलुरु की एक कंपनी के प्रतिनिधि राजीव यादव और रवजीत सिंह, दीपक शर्मा के संपर्क में थे।

23 दिसंबर तक CBI की हिरासत में 

जानकारी अनुसार 18 दिसंबर, 2025 को कंपनी के इशारे पर विनोद कुमार नामक व्यक्ति ने शर्मा को 3 लाख रुपये की रिश्वत दी। CBI ने जाल बिछाकर शर्मा और विनोद कुमार दोनों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को दिल्ली की एक विशेष अदालत में पेश किया गया। मामले की गंभीरता और बरामद संपत्ति को देखते हुए अदालत ने उन्हें 23 दिसंबर तक CBI की हिरासत में भेज दिया है।