IAS Arrest - सीनियर आईएएस अधिकारी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

IAS Arrest - सीनियर आईएएस को आज पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिसके बाद हड़कंप मच गया है।

N4N Desk - अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने ईटानगर राजधानी क्षेत्र (ICR) के पूर्व उपायुक्त (DC) टी. पोटोम को दो अलग-अलग आत्महत्या मामलों के संबंध में गिरफ्तार किया है। पोटोम, जो वर्तमान में दिल्ली सरकार में विशेष सचिव (पीडब्ल्यूडी) के पद पर कार्यरत हैं, ने मंगलवार सुबह पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया, जिसके बाद उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया। तालो पोटोम भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023 के कई प्रावधानों के तहत दर्ज एक मामले में वांछित हैं। उन पर आत्महत्या के लिए उकसाने और आपराधिक कदाचार से संबंधित आरोप हैं।

पापुम पारे की पुलिस अधीक्षक (SP) नीलम नेगा ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि पूर्व उपायुक्त पोटोम ने निरजुली पुलिस स्टेशन में सुबह करीब 7:30 बजे आत्मसमर्पण किया। यह कार्रवाई दो लोगों की आत्महत्या से जुड़े मामलों की गहन जांच के बाद की गई है, जिनमें कथित तौर पर पोटोम की भूमिका सामने आई थी। इन मामलों ने ईटानगर राजधानी क्षेत्र में गंभीर सार्वजनिक चर्चा और आक्रोश पैदा किया था।

मामला एक युवा मल्टी-टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) गोमचू येकर की मौत से संबंधित है। गोमचू येकर ने 23 अक्टूबर को निरजुली के लेखी गांव में अपने किराए के घर में आत्महत्या कर ली थी।

आईएएस पर यह आरोप

अरुणाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के एक वरिष्ठ इंजीनियर ने कथित तौर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह घटना एक 19 वर्षीय लड़के के छोड़े गए सुसाइड नोट के कुछ घंटों बाद हुई। इस सुइसाइट नोट में इंजीनियर और एक आईएएस अधिकारी पर यौन शोषण का आरोप लगाया गया था। इस घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। 

पहली मौत 23 अक्टूबर को एक 19 वर्षीय युवक की हुई, जिसने अपने सुसाइड नोट में महीनों तक यौन शोषण, धमकी और मानसिक प्रताड़ना का विवरण दिया था। नोट में लिखा था, 'मेरी मौत का कारण तालो पोटोम (आईएएस) हैं। अगर उन्होंने मुझे इस पद पर नियुक्त नहीं किया होता, तो मैं आत्महत्या नहीं करता। उन्हीं की वजह से मैंने जो कुछ भी किया, वह सब किया और अब मेरे पास जीने का कोई रास्ता नहीं बचा है।

दिल्ली सरकार में मची  हड़कंप

गिरफ्तारी की यह घटना एक उच्च पदस्थ नौकरशाह के खिलाफ हुई है, जिससे प्रशासन और राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। टी. पोटोम ने अतीत में ईटानगर राजधानी क्षेत्र (ICR) के उपायुक्त के रूप में काम किया था और वर्तमान में उनका पद दिल्ली सरकार के तहत था। आत्मसमर्पण और गिरफ्तारी की यह प्रक्रिया दर्शाती है कि पुलिस इन मामलों में साक्ष्यों के आधार पर सख्त कार्रवाई करने को लेकर गंभीर है, भले ही आरोपी कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो।

पुलिस ने इन आत्महत्याओं को केवल आकस्मिक घटना न मानते हुए, इसके पीछे के कारणों की गहराई से जांच की। पुलिस अधीक्षक नेगा के नेतृत्व में हुई यह कार्रवाई न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

मजिस्ट्रेट के सामने होगी पेशी

गिरफ्तारी के बाद, टी. पोटोम को आगे की कानूनी प्रक्रिया के लिए मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। पुलिस द्वारा अब इन मामलों की कड़ियों को जोड़ने और यह स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा कि दो व्यक्तियों की आत्महत्या में उनकी क्या विशिष्ट भूमिका थी। इस हाई-प्रोफाइल मामले में कानूनी प्रक्रिया और पुलिस की जांच आगे बढ़ने पर क्षेत्र की जनता और मीडिया की निगाहें बनी रहेंगी।