Delhi CM Oath : रेखा गुप्ता बनी दिल्ली की सीएम, मंत्री बनने वाले 6 विधायक कौन कौन हैं, जानिए पूरा प्रोफाइल
रेखा गुप्ता ने दिल्ली की मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. रेखा के साथ ही प्रवेश वर्मा सहित आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंद्र इंद्राज सिंह, कपिल मिश्रा और पंकज कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली.
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Delhi CM Oath : भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतकर 27 साल के अंतराल के बाद राष्ट्रीय राजधानी सरकार में वापसी की. रेखा गुप्ता ने गुरुवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उन्होंने रामलीला मैदान में सीएम पद की शपथ ली.रेखा के साथ ही 6 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. इसमें अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा सहित आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंद्र इंद्राज सिंह, कपिल मिश्रा और पंकज कुमार सिंह शामिल रहे.
50 साल की रेखा गुप्ता जिंदल दिल्ली की नौवीं CM बनी हैं. इस बार के विधानसभा चुनाव में दिल्ली में भाजपा ने 48 सीटों पर जीत हासिल की.इसमें रेखा गुप्ता ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से विधायक का चुनाव जीता. उन्होंने AAP की वंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराया. छात्र राजनीति से सियासत की शुरुआत करने वाली रेखा गुप्ता दो बार की पार्षद रही हैं.
परवेश वर्मा की बड़ी सफलता
मंत्री बनने वाले परवेश वर्मा की उम्र 47 साल है. उनकी शिक्षा पोस्ट ग्रेजुएट है. साथ ही आप के अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली सीट पर चुनाव हराया था. वे पूर्व CM साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं. जाट समुदाय से आते हैं. परवेश इसके पहले पश्चिमी दिल्ली से दो बार सांसद भी रह चुके हैं. 2019 का लोकसभा चुनाव उन्होंने 5.78 लाख वोट से चुनाव जीता था.
दलित हैं रविंद्र इंद्रराज सिंह
रविंद्र इंद्रराज सिंह ने बवाना सीट (SC) से जीत हासिल की थी. वे 50 वर्ष के हैं. उनकी शिक्षा ग्रेजुएट तक की है. जातिगत रूप से पंजाबी दलित समुदाय से आने वाले रविंद्र पहली बार विधायक बने हैं. पंजाब में इस समुदाय को मजहबी सिख कहा जाता है. भाजपा काफी समय से दलितों को अपने पाले में करने की कोशिश कर रही है, इसी वजह से रविंद्र को मंत्री बनाया गया है. माना जा रहा है उनके बहाने पंजाब में भाजपा अपनी पकड़ को मजबूत करने की कोशिश करेगी.
बिहार मूल के पंकज सिंह
पंकज कुमार सिंह मूल रूप से बिहार के हैं. वे बक्सर जिले से आते हैं और पेशे से डॉक्टर हैं. उनकी उम्र 48 वर्ष है. विकासपुरी सीट से उन्होंने बड़ी सफलता हासिल की. दिल्ली में बीजेपी की जीत में पूर्वाचलियों की बड़ी भूमिका है. ऐसे में बिहार के बक्सर से आने वाले पंकज कुमार सिंह मंत्री बनाकर इसका बड़ा फायदा भाजपा बिहार में भी लेना चाहेगी. पंकज पहली बार विधायक बने हैं. इससे पहले वह पार्षद रह चुके हैं. पंकज कुमार के पिता दिल्ली में MCD कमिश्नर थे. पंकज जाति से राजपूत हैं.
पंजाबी हैं मनजिंदर सिंह सिरसा
मनजिंदर सिंह सिरसा इस बार भाजपा के टिकट पर राजौरी गार्डन से जीते हैं. वे पंजाबी बिरादरी के हैं. पंजाबी समुदाय की बड़ी आबादी दिल्ली में है. 52 साल के मनजिंदर सिंह सिरसा 12 वीं पास हैं. इसके पहले वे दो बार अकाली दल से विधायक रहे. वहीं 2021 में भाजपा में आ गए. वे पार्टी के राष्ट्रीय सचिव हैं. साथ ही दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष रहे. दिल्ली से पंजाब साधने की भाजपा की रणनीति में सिरसा अहम भूमिका निभा सकते हैं.
कपिल मिश्रा को बड़ी जिम्मेदारी
कपिल मिश्रा एक दौर में अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप में थे. वे AAP सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. हालाँकि बाद में अरविंद केजरीवाल से मनमुटाव होने पर कपिल ने भाजपा का दामन थाम लिया. 44 साल के कपिल मिश्रा की शिक्षा पोस्ट ग्रेजुएट है. इस बार वे करावल नगर से विधायक चुने गए हैं. वे दूसरी बार विधायक बने हैं. मौजूदा समय में वे दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष हैं.
नड्डा-संघ के करीबी सूद
आशीष सूद दिल्ली में मंत्री बनने वालों में सबसे ज्यादा उम्र के हैं. उनकी उम्र 58 साल है. ग्रेजुएट तक पढ़ाई करने वाले आशीष सूद ने ने जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता है. उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के करीबी के रूप में जाना जाता है. वे गोवा के प्रभारी भी हैं. साथ ही प्रमुख पंजाबी नेता और संघ के करीबी माने जाते हैं.