मैं तुम्हें प्रेग्नेंट करना चाहता हूं... ऑडियो और चैट वायरल होने के बाद कांग्रेस विधायक की बढ़ी मुश्किलें

N4N Desk - केरल के पलक्कड़ से निलंबित कांग्रेस विधायक राहुल ममकूटाथिल एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। उन पर यौन दुराचार के नए आरोप लगे हैं, जिसके सबूत के तौर पर एक ऑडियो क्लिप और व्हाट्सएप चैट का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल ऑडियो में राहुल और एक महिला के बीच कथित बातचीत सुनाई दे रही है, जिसमें महिला गर्भावस्था के दौरान आ रही मुश्किलों का जिक्र कर रही है। इस पर राहुल उसे बदतमीजी से अस्पताल जाने की सलाह देते हैं, जबकि महिला याद दिलाती है कि यह बच्चा उन्हीं की चाहत था। वहीं, वायरल चैट में राहुल का एक मैसेज दिख रहा है जिसमें लिखा है, "मैं तुम्हें प्रेग्नेंट करना चाहता हूं, मुझे हमारा बच्चा चाहिए।" हालांकि न्यूज4नेशन इस वायरल ऑडियो और चैट की पुष्टि नहीं करता  है। 

आरोपों पर राहुल की सफाई और कानूनी रुख 

इन गंभीर आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल ममकूटाथिल ने इन्हें पूरी तरह से खारिज कर दिया है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं और इस मामले में कानूनी रास्ता अपनाएंगे। राहुल का कहना है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी और एक निश्चित चरण पर पहुंचेगी, वे अपनी बात विस्तार से रखेंगे और जरूरी जानकारी साझा करेंगे। उनका दावा है कि वायरल हो रहा नया ऑडियो क्लिप किसी पुरानी क्लिप का ही हिस्सा है, जिसे संदर्भ से हटाकर पेश किया जा रहा है।

अगस्त में भी लगे थे यौन शोषण के आरोप

गौरतलब है कि राहुल ममकूटाथिल पर यौन शोषण का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले इसी साल अगस्त में एक मलयालम अभिनेत्री और एक लेखिका ने उन पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इन आरोपों के बाद ममकूटाथिल को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था, जिसके चलते उन्होंने यूथ कांग्रेस के पद से इस्तीफा दे दिया था। इन विवादों के कारण ही उन्हें पार्टी की गतिविधियों से भी दूर कर दिया गया था और वे पहले से ही निलंबन का सामना कर रहे हैं।

पार्टी का रुख और जांच की दिशा

 इस पूरे मामले पर कांग्रेस पार्टी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. मुरलीधरन ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि यदि सरकार राहुल ममकूटाथिल पर कोई कार्रवाई करती है, तो उसके बाद ही कांग्रेस अपना अगला कदम तय करेगी। फिलहाल पार्टी जांच की प्रक्रिया पर नजर बनाए हुए है। यह मामला न केवल राहुल के राजनीतिक करियर के लिए बल्कि पार्टी की छवि के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गया है, क्योंकि लगातार दूसरे मामले ने विपक्ष को भी हमले का मौका दे दिया है।