Bihar School News:भीषण ठंड के कारण 31 दिसंबर तक बंद रहेंगे सभी स्कूल, बच्चों को प्रशासन ने दी बड़ी राहत, सर्दी से बच्चों की हिफ़ाज़त
Bihar School News:शीतलहर की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाते हुए कक्षा आठवीं तक के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों को 31 दिसंबर तक बंद रखने का आदेश जारी किया है।
Bihar School News:बिहार में जैसे-जैसे ठंड का पारा नीचे गिर रहा है, वैसे-वैसे प्रशासनिक फैसले तेज़ होते जा रहा है। शीतलहर की आशंका के बीच पटना जिला प्रशासन ने कक्षा आठवीं तक के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों को 26 दिसंबर तक बंद रखने का आदेश जारी किया है। तो भागलपुर जिला प्रशासन ने भी ठंड के बढ़ते असर को देखते हुए सख़्त कदम उठाया है। जिलाधिकारी के आदेश पर कक्षा आठवीं तक की सभी शैक्षणिक गतिविधियों पर 31 दिसंबर तक रोक लगा दी गई है।
उत्तर भारत सहित पूरे देश में कड़ाके की ठंड, घना कोहरा और सर्द हवाओं ने आम जनजीवन को बुरी तरह मुतअस्सिर कर दिया है। ऐसे हालात में बिहार के कुछ जिलों में स्कूल बंद किए गए, लेकिन सवाल यही उठ रहा है कि जब हालात पहले से खराब थे तो फैसला समय रहते क्यों नहीं लिया गया? छात्राओं का कहना है कि “कक्षा छूट न जाए” इसी दबाव में वे ठिठुरन के बावजूद स्कूल पहुंचीं।
पटना के बाद भागलपुर जिला प्रशासन ने भी ठंड के बढ़ते असर को देखते हुए सख़्त कदम उठाया है। जिलाधिकारी के आदेश पर कक्षा आठवीं तक की सभी शैक्षणिक गतिविधियों पर 31 दिसंबर तक रोक लगा दी गई है। इसकी जद में प्री-स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र और कोचिंग संस्थान भी आए हैं। वहीं कक्षा नौवीं और उससे ऊपर की कक्षाओं को सुबह 10 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक संचालित करने का निर्देश दिया गया है, हालांकि बोर्ड और प्री-बोर्ड परीक्षाओं से जुड़ी विशेष कक्षाओं को इससे छूट दी गई है।
मुजफ्फरपुर जिले में लगातार पड़ रही अत्यधिक ठंड एवं न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट को देखते हुए बच्चों के स्वास्थ्य एवं जीवन पर पड़ने वाले संभावित प्रतिकूल प्रभावों को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन ने एहतियाती कदम उठाते हुए महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है।
मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी द्वारा भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के अंतर्गत मुजफ्फरपुर जिले के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों में 8 वीं कक्षा तक (प्री-स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों सहित) की शैक्षणिक गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। यह आदेश बच्चों को अत्यधिक ठंड से होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से जारी किया गया है।आदेश के अनुसार, आठवीं कक्षा से ऊपर की कक्षाओं का संचालन पूर्वाह्न 10:00 बजे से अपराह्न 3:30 बजे के बीच ही किया जाएगा। इस संबंध में जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पदाधिकारियों एवं विद्यालय प्रबंधन को आदेश का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है।हालांकि, बोर्ड परीक्षा की तैयारी हेतु संचालित की जा रही विशेष कक्षाएं एवं परीक्षाएं इस आदेश से मुक्त रखी गई हैं, ताकि छात्रों की शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित न हों। साथ ही सभी विद्यालयों को बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं सुविधा का विशेष ध्यान रखने तथा ठंड से बचाव के लिए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।जिलाधिकारी द्वारा निर्गत यह आदेश मुजफ्फरपुर जिले में दिनांक 24 दिसंबर से 28 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा। आदेश का उल्लंघन करने वाले विद्यालयों के विरुद्ध नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी।इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने अभिभावकों से भी अपील की है कि वे अपने बच्चों के स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें, उन्हें पर्याप्त गर्म कपड़े पहनाकर ही विद्यालय भेजें तथा ठंड से बचाव संबंधी सभी आवश्यक सावधानियों का पालन करें।दो दिन पहले ही डीएम ने सभी स्कूलों का संचालन सुबह 10 बजे के बाद तय किया था, लेकिन ठंड का असर लगातार बढ़ने के बाद आखिरकार आठवीं तक की पढ़ाई पूरी तरह बंद करनी पड़ी। यह प्रशासनिक यू-टर्न अपने आप में कई सवाल छोड़ जाता है।
उधर निजी स्कूलों ने पहले ही ठंड को देखते हुए छुट्टियों का ऐलान कर दिया था। पटना के संत जेवियर्स, माउंट कार्मेल जैसे स्कूल 22 दिसंबर से बंद हैं, जबकि सरकारी स्कूलों के बच्चे मंगलवार तक ठिठुरन में स्कूल पहुंचने को मजबूर रहे। शिक्षकों के मुताबिक उपस्थिति 60 प्रतिशत तक गिर चुकी है।
दो दिन पूर्व ही पटना डीएम ने सभी प्रकार के विद्यालयों का संचालन सुबह 10 बजे के बाद से शाम चार बजे के बीच निर्धारित किया था। लेकिन ठंड का प्रभाव लगातार बढ़ने के बाद आठवीं तक की पढ़ाई पूरी तरह बंद कर दी गई है, जबकि इसके ऊपर की सभी कक्षाएं पूर्व की तरह 10 बजे के बाद से संचालित होंगी। साथ ही शाम चार बजे के बाद कोई शिक्षण गतिविधि आयोजित नहीं होगी।
रिपोर्ट- मणिभूषण शर्मा