Bihar Education News: नई सरकार में शिक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव शुरू, शिक्षा मंत्री ने बताया ये है प्लान
Bihar Education News: राज्य में नौकरी और रोजगार आधारित शिक्षा प्रणाली विकसित की जा रही है। साथ ही दिव्यांग बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति भी होगी।
Bihar Education News: राज्य की नई सरकार के गठन के बाद शिक्षा विभाग ने जिस तेज़ी और संजीदगी से काम शुरू किया है, उसने सूबे की शिक्षा व्यवस्था में एक नई उम्मीद और नई रोशनी पैदा कर दी है। अब सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले लाखों बच्चे भी कंप्यूटर चलाना सीखेंगे, डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करेंगे और टेक्नोलॉजी की दुनिया में कदम बढ़ा सकेंगे।
शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में शिक्षा के क्षेत्र में जो सुधार अभियान शुरू हुआ है, वह अब ज़मीनी स्तर पर असर दिखाने लगा है। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि राज्य का हर बच्चा पढ़ाई के साथ साथ डिजिटल कौशल में भी निपुण हो सके, ताकि भविष्य की चुनौतियों का सामना कर पाए।
मंत्री ने बताया कि सभी सरकारी विद्यालयों में कंप्यूटर लैब, टैब और आवश्यक आधारभूत संरचना उपलब्ध कराने की प्रक्रिया तेज़ की जा रही है। शिक्षकों से लेकर छात्र-छात्राओं तक, सभी को डिजिटल प्लेटफॉर्म तक पहुंच सुनिश्चित की जाएगी। यही वजह है कि स्कूलों में पंजीकृत बच्चों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो यह साबित करता है कि सरकार की शिक्षा नीति जमीन पर असर डाल रही है। उन्होंने यह भी बताया कि एसटीईटी का परिणाम आने के बाद टीआर-4 के तहत नए शिक्षकों की नियुक्ति शुरू होगी। सभी जिलों से रिक्तियों का विवरण मांगा गया है और जनवरी के बाद बड़े पैमाने पर नियुक्ति की संभावनाएं हैं। नियुक्तियों के इस क्रम के बाद राज्य में लाइब्रेरियन की बहाली भी प्रारंभ की जाएगी।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य में प्रतिदिन एक करोड़ नौ लाख बच्चों को बेहतर मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसके लिए दो लाख 14 हजार रसोइए लगातार सेवाभाव से कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को नौकरी और रोजगार आधारित शिक्षा देने की दिशा में सरकार प्रतिबद्ध है, ताकि वे समय की मांग के अनुसार कौशल विकसित कर सकें। इतना ही नहीं, दिव्यांग बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और विशेष रूप से विकसित शिक्षा व्यवस्था मुहैया कराने के लिए भी शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। सरकार की मंशा साफ़ है शिक्षा का दायरा बढ़े, व्यवस्था मज़बूत हो और हर बच्चा समाज और राज्य के विकास में अपनी अहम भूमिका निभा सके।