Bihar Education Department:बिहार में शिक्षकों के ट्रांसफर की लिस्ट वायरल होने से हड़कंप, शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर लटक रही कार्रवाई की तलवार, डॉ सिद्धार्थ लेंगे कड़ा एक्शन

Bihar Education Department::बिहार में शिक्षकों के स्कूल आवंटन से जुड़ी एक बेहद संवेदनशील सूची सोशल मीडिया पर वायरल होने से शिक्षा विभाग में भूचाल आ गया है.

शिक्षकों के ट्रांसफर की लिस्ट वायरल होने से हड़कंप- फोटो : social Media

 Bihar Education Department:बिहार में शिक्षकों के स्कूल आवंटन से जुड़ी एक बेहद संवेदनशील सूची सोशल मीडिया पर वायरल होने से शिक्षा विभाग में भूचाल आ गया है. 26,665 शिक्षकों के स्कूल आवंटन की यह करीब 35 पन्नों की सूची, जो गोपनीय होनी चाहिए थी, अब आम लोगों तक पहुंच चुकी है. इस गंभीर चूक के बाद शिक्षा विभाग ने आनन-फानन में जांच के आदेश दिए हैं और दोषी अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तलवार लटक गई है. माना जा रहा है कि निलंबन तक की कार्रवाई हो सकती है.हालाकि न्यूज4नेशन वायरल लिस्ट की पुष्टि नहीं करता है।

सूत्रों की मानें तो यह पूरी सूची 'ई-शिक्षा कोष पोर्टल' पर अपलोड की गई थी. संदेह है कि यहीं से किसी ने इसे लीक कर सार्वजनिक कर दिया. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है. उन्होंने साफ निर्देश दिए हैं कि इसकी गहन जांच की जाए कि आखिर यह सूची किस स्तर से और किस माध्यम से लीक हुई. जो भी अधिकारी या कर्मचारी इस लीक के लिए जिम्मेदार पाए जाएंगे, उन पर गाज गिरनी तय है.

यह मामला तब सामने आया है जब बिहार में दिसंबर 2024 से शुरू हुई स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत लगभग 1.30 लाख शिक्षकों में से 26,665 शिक्षकों को विभिन्न श्रेणियों में विद्यालय आवंटित किए गए थे. प्राथमिक शिक्षा निदेशक साहिला ने हाल ही में इस संबंध में आदेश जारी किए थे.

 इस संवेदनशील दस्तावेज़ के लीक होने से कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. यह न सिर्फ शिक्षा विभाग की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लगाता है, बल्कि डिजिटल प्रक्रियाओं में डेटा सुरक्षा की चुनौतियों को भी उजागर करता है. यह घटना दर्शाती है कि लाखों शिक्षकों जैसे बड़े हितधारकों से जुड़े संवेदनशील डेटा की सुरक्षा कितनी अहम है. आने वाले समय में देखना होगा कि विभाग इस पूरे मामले से कैसे निपटता है और कौन-कौन से अधिकारी इस कार्रवाई की जद में आते हैं. इस घटना ने निश्चित तौर पर शिक्षा विभाग के भीतर हड़कंप मचा दिया है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है.