Bihar Vidhansabha Chunav:बिहार की सियासी जंग के फरमान का इंतजार , 14 को जनादेश के इम्तिहान का होगा फैसला, चुनाव आयोग मुस्तैद

Bihar Vidhansabha Chunav:बिहार विधानसभा के दूसरे चरण के मतदान के बाद अब 14 नवंबर को जनता के फ़ैसले की घड़ी आ गई है।...

14 को जनादेश के इम्तिहान का होगा फैसला- फोटो : social Media

Bihar Vidhansabha Chunav:बिहार विधानसभा के दूसरे चरण के मतदान के बाद अब 14 नवंबर को जनता के फ़ैसले की घड़ी आ गई है। राज्य के 46 मतगणना केंद्रों पर वोटों की गिनती की जाएगी। यह दिन सियासी दलों के लिए अग्निपरीक्षा से कम नहीं है, जब ईवीएम से निकलने वाला जनादेश बिहार की क़िस्मत तय करेगा।

चुनाव आयोग ने वोटों की हिफ़ाज़त के लिए सख़्त इंतज़ाम किए हैं। सभी मतगणना केंद्रों के पास स्थित स्ट्रॉन्ग रूम (जिन्हें वज्रगृह भी कहा जाता है) को अभेद सुरक्षा चक्र में रखा गया है। सीईओ विनोद सिंह गुंजियाल के मुताबिक, सुरक्षा तीन चक्रों में है और सीसीटीवी कैमरों के ज़रिए पल-पल की निगरानी की जा रही है।

पारदर्शिता बनाए रखने के लिए, उम्मीदवारों और उनके प्रतिनिधियों यानी मतगणना अभिकर्ताओं को भी इस निगरानी में शामिल होने के इंतेज़ाम किए गए हैं। यह क़दम लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण दौर में विश्वास को क़ायम रखने की कड़ी है।

सीईओ ने बताया कि मुख्यालय से भेजी गई टीम ने स्ट्रॉन्ग रूम की जाँच की, जहाँ डिस्प्ले का तार हिलने से मुख्य कंट्रोल रूम में निगरानी में बाधा आ रही थी। इस तकनीकी ख़लल को फ़ौरन दूर कर दिया गया है। साथ ही, सीसीटीवी फुटेज को पारदर्शिता के लिए सभी संबंधित उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों को दिखा दिया गया है, ताकि किसी भी तरह के शक की गुंजाइश न रहे।

मतगणना की प्रक्रिया निर्धारित समय पर शुरू करने के लिए, सभी ज़िला निर्वाचन पदाधिकारी को आयोग के दिशा-निर्देशों का सख़्ती से पालन करने का आदेश दिया गया है। बिजली की बाधा से बचने के लिए, हर केंद्र पर एक अतिरिक्त 'बैकअप ग्रिड' भी तैयार किया गया है।

14 नवंबर को यह तय होगा कि बिहार की राजनीतिक दंगल का ताज किसके सिर सजेगा और जनता का रुझान किस गठबंधन की ओर है। इंतज़ार की ये घड़ियाँ बिहार की भावी राजनीति की तस्वीर साफ़ करेंगी।