Bihar Vidhansabha Chunav 2025: लालू के लालों की संपत्ति का खुलासा, तेजप्रताप की BMW, तेजस्वी के पास 17 लाख का सोना, जानिए दोनों में कौन ज्यादा है मालदार

तेजस्वी जहाँ आरजेडी की पारंपरिक सियासी धारा को संभाले हुए हैं, वहीं तेज प्रताप ने अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल बनाकर अलग राह अख़्तियार की है। हलफनामे से दोनों के संपत्ति का खुलासा हुआ है..

लालू के लालों की संपत्ति का खुलासा- फोटो : social Media

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव का मैदान इस बार सिर्फ राजनीतिक दलों के बीच नहीं, बल्कि एक ही परिवार के भीतर भी दिलचस्प मुकाबला पेश कर रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे  तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव  इस चुनावी संग्राम में आमने-सामने भले न हों, मगर राजनीतिक रास्ते अलग हो चुके हैं।

तेजस्वी जहाँ आरजेडी की पारंपरिक सियासी धारा को संभाले हुए हैं, वहीं तेज प्रताप ने अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल बनाकर अलग राह अख़्तियार की है। एक राघोपुर में, तो दूसरा महुआ में  दोनों भाई अपनी राजनीतिक पहचान और भविष्य की वैधता साबित करने में जुटे हैं।तेज प्रताप यादव ने वैशाली जिले की महुआ विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। उनके हलफनामे में उनकी कुल संपत्ति और कानूनी मामलों की स्थिति का खुलासा हुआ है। तेज प्रताप के पास तीन गाड़ियाँ हैं — एक BMW (13 लाख रुपये), Honda Amaze (7.2 लाख रुपये) और एक Skoda कार (15.17 लाख रुपये)। इसके अलावा उनके पास 200 ग्राम सोने के जेवरात हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 22 लाख रुपये बताई गई है।

मगर तेज प्रताप के राजनीतिक करियर के साथ-साथ उनका कानूनी ट्रैक रिकॉर्ड भी चर्चा में है। उनके खिलाफ आठ आपराधिक मामले लंबित हैं, जिनमें भारतीय दंड संहिता (IPC) की गंभीर धाराएँ — 147, 149, 188, 307, 333, 353, 427 और 504 — शामिल हैं। इनमें से किसी में भी अब तक दोष सिद्ध नहीं हुआ है। इसके अलावा उन पर SC/ST एक्ट और महामारी प्रबंधन अधिनियम के तहत भी मुकदमे दर्ज हैं।शैक्षणिक योग्यता के लिहाज़ से तेज प्रताप ने 2010 में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की थी, इसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा नहीं ली और सीधे राजनीति में सक्रिय हो गए।

वहीं दूसरी ओर, तेजस्वी यादव, जो आरजेडी के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में चुनाव मैदान में हैं, राघोपुर से फिर एक बार किस्मत आज़मा रहे हैं। उन्होंने नामांकन के दौरान दाखिल हलफनामे में करोड़ों की संपत्ति का खुलासा किया।तेजस्वी की पत्नी राजश्री यादव के नाम पर भी कई संपत्तियाँ दर्ज हैं। उनके पास कुल 59.69 लाख रुपये की चल संपत्ति है, जिसमें 480 ग्राम सोना (41 लाख रुपये) और 2 किलो चांदी (1.7 लाख रुपये) शामिल हैं।उनकी बेटी कात्यायनी के पास 31.7 लाख रुपये की संपत्ति है, जिसमें 200 ग्राम सोना (17 लाख रुपये) और 1 किलो चांदी (85 हजार रुपये) दर्ज है।बेटे ईराज के नाम पर भी 8.99 लाख रुपये की संपत्ति बताई गई है, जिसमें 100 ग्राम सोना और 500 ग्राम चांदी शामिल है।तेजस्वी यादव पर हालांकि 55.52 लाख रुपये का बैंक लोन और 1.35 करोड़ रुपये से अधिक का इनकम टैक्स विवाद लंबित है, लेकिन कुल संपत्ति के लिहाज से वे अपने बड़े भाई से कहीं आगे हैं।

राजनीतिक पंडितों का मानना है कि यह चुनाव लालू परिवार के लिए “इम्तिहान-ए-सियासत” है। तेजस्वी जहां सत्ता की मुख्य धारा में खुद को स्थापित करने की कोशिश में हैं, वहीं तेज प्रताप अपनी राजनीतिक आज़ादी और व्यक्तिगत पहचान गढ़ने की मुहिम पर हैं।जनता की नज़रों में यह मुकाबला सिर्फ दो उम्मीदवारों का नहीं, बल्कि लालू राजनीति की नई परिभाषा तय करने वाला संघर्ष है। आने वाले नतीजे यह बताएंगे कि जनता किसे लालू विरासत का असली हकदार मानती है — अनुभव और संयम वाले तेजस्वी को या बाग़ी तेवरों वाले तेज प्रताप को।