बाहुबलियों के गढ़ में सख्त हुई पुलिस-प्रशासन, बाढ़ जेल में बड़ी छापेमारी, अनंत- वीणा देवी और लल्लू मुखिया चुनावी मैदान में

बाढ़ उपकारा (सब-जेल) में पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने व्यापक छापेमारी अभियान चलाया. अनंत सिंह, सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी और लल्लू मुखिया चुनावी मैदान में हैं.

raid at Barh jail - फोटो : news4nation

Bihar Election : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर प्रशासन अब पूरी तरह सख्त हो गया है, खासकर उन इलाकों में जिन्हें ‘बाहुबलियों का गढ़’ माना जाता है। पटना जिले के बाढ़ अनुमंडल में रविवार को इसी सख्ती का बड़ा उदाहरण देखने को मिला, जब पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने बाढ़ उपकारा (सब-जेल) में औचक छापेमारी की।


यह कार्रवाई अनुमंडल पदाधिकारी चंदन कुमार और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राकेश कुमार के नेतृत्व में की गई। अभियान में कार्यपालक दंडाधिकारी, अंचल अधिकारी (बाढ़ एवं पंडारक), थानाध्यक्ष बाढ़ समेत आठ थानों की पुलिस और कुल 65 जवानों की टीम शामिल रही। टीम ने जेल के सात पुरुष वार्डों और एक महिला वार्ड में करीब एक घंटे तक सघन तलाशी अभियान चलाया।


अधिकारियों के अनुसार, इस छापेमारी का उद्देश्य चुनाव के दौरान क़ानून-व्यवस्था बनाए रखना और संभावित आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाना था। तलाशी के दौरान किसी प्रकार का आपत्तिजनक या प्रतिबंधित सामान बरामद नहीं हुआ।


बाढ़ अनुमंडल में आने वाले मोकामा और बाढ़ विधानसभा क्षेत्र लंबे समय से बाहुबलियों के प्रभाव वाले इलाके रहे हैं। मोकामा से इस बार जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह, जबकि राजद से सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी चुनाव मैदान में हैं। वहीं बाढ़ से राजद ने बाहुबली लल्लू मुखिया को टिकट दिया है। ऐसे में इन क्षेत्रों में सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है।


चुनाव से पहले की इस कार्रवाई ने प्रशासन के इस इरादे को साफ़ कर दिया है कि बिहार में इस बार कोई भी बाहुबली या दबंग चुनावी माहौल को बिगाड़ नहीं सकेगा। अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में भी इसी तरह की औचक छापेमारी और सुरक्षा जांच जारी रहेगी।


रविशंकर की रिपोर्ट