Bihar Vidhansabha Chunav 2025: 'पिछली बार आपको वोट देकर देख लिया, अबकी बार माफ़ कीजिए!' जनता के सामने नेता हुए बेबस, लालगंज में बीजेपी प्रत्याशी को सुननी पड़ी ये खरी-खोटी
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार की सियासत का मौसम इस बार कुछ ज्यादा ही तप रहा है। हवा में नाराजगी है, गलियों में ग़ुस्सा और चौपालों पर सवाल।...
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार की सियासत का मौसम इस बार कुछ ज्यादा ही तप रहा है। लालगंज की हवा में नाराजगी है, गलियों में ग़ुस्सा और चौपालों पर सवाल। चुनावी मैदान में नेता जब जनता के बीच जा रहे हैं, तो फूलों की माला नहीं, बल्कि तीखे शब्दों की बौछार उनका स्वागत कर रही है।
लालगंज से आई तस्वीर ने पूरे बिहार के सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। बीजेपी उम्मीदवार और पूर्व विधायक संजय सिंह जब वोट मांगने पहुंचे, तो जनता ने हाथ जोड़कर कहा “पिछली बार आपको वोट देकर देख लिया, अबकी बार माफ़ कीजिए!”
यह वाक्य मानो जनता के मन की बात था नाराजगी की वो चिंगारी, जो अब आग में बदल रही है।
संजय सिंह, जो बीते पांच सालों से लालगंज के विधायक रहे, इस बार फिर से बीजेपी के टिकट पर मैदान में हैं। लेकिन मुकाबला आसान नहीं है। सामने हैं बाहुबली मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला, जो अपने पिता की विरासत और जनता की सहानुभूति दोनों लेकर मैदान में उतरी हैं।
मुकाबला दिलचस्प है, लेकिन संजय सिंह की चुनौती दोहरी है एक तरफ बाहुबली परिवार की पकड़, दूसरी ओर जनता की बेरुख़ी। लोग अब सिर्फ वादे नहीं, जवाब मांग रहे हैं। सड़कों से लेकर विकास योजनाओं तक, जनता का सवाल है “पांच साल में बदला क्या?”
लालगंज की यह तस्वीर बिहार के चुनावी परिदृश्य की हकीकत बयां करती है। कहीं विरोध, कहीं उपेक्षा, कहीं नाराजगी। नेताओं के लिए जनता के बीच जाना अब आसान नहीं रहा। जो कभी ‘नेता जी आए हैं’ के नारे पर भीड़ जुटाते थे, अब वही नेता जनता के दरवाजे पर जाकर विनती कर रहे हैं कि “एक मौका और दे दीजिए।”
पर जनता अब भावनाओं से नहीं, अपने अनुभव से वोट देने को तैयार दिख रही है। बिहार की राजनीति में यह नया दौर है जहां जनता पूछती है, नेता सुनता है; और लोग जबाब में सिर्फ़ ‘वादे’ नहीं, काम मांगती है।
रिपोर्ट- ऋषभ कुमार