Jharkhand News : धनबाद रेल मंडल के 22 स्टेशनों से करोड़ो की हेराफेरी, दर्ज करायी गई प्राथमिकी
Jharkhand News :धनबाद रेल मंडल के 22 स्टेशनों से 7.5 करोड़ रुपये की हेराफेरी का मामला सामने आया है। रेलवे ने स्टेशनों से जुड़े इस मामले की प्राथमिकी दर्ज करा दी है।...पढ़िए आगे
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DHANBAD। झारखंड के धनबाद रेल मंडल के 22 स्टेशनों के करीब साढ़े सात करोड़ रुपये की हेराफेरी का मामला उजागर हुआ है। बताया जाता है कि इस पैसे की हेराफेरी बैंक ले जाने के क्रम में कैश ले जाने वाले लिफ्टरों के द्वारा की गई है। मामला संज्ञान में आते ही रेलवे ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। रेलवे का वित्त विभाग मामले की जांच कर रहा है।
रेलवे वित्त विभाग कर रहा मामले की जांच
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्टेट बैंक की अधिकृत एजेंसी राइटर सेफगार्ड लिमिटेड के एजेंटो के द्वारा रेलवे के पैसे को बैंक में जमा कराए जाने के क्रम में कंपनी के लिफ्टरों ने इस हेराफेरी को अंजाम दिया है।
दर्ज की गई एफआईआर
सीनियर डीसीएम अमरेश कुमार ने बताया कि 22 में से 14 स्टेशनों से जुड़े इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। शेष आठ स्टेशनों के लिए भी एफआईआर की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। वित्त विभाग टिकट आय में हुई राशि में हुई गड़बड़ी के आंकड़ो की छानबीन कर रही है। इस क्रम में 2020 से 2024 तक के वित्तीय वर्ष का आकलन किया जा रहा है। रेलवे की वित्त विभाग की मानें तो धनबाद मंडल के सिंगरौली, शक्तिनगर, अनपरा, दुद्धी समेत सभी 22 स्टेशन से करोड़ो की हेराफेरी का अनुमान है।
दस्तावेजों से की गई थी छेड़छाड़
बता दें कि पूर्व मध्य रेलवे ने साल 2016 में छोटे स्टेशन से प्राप्त होने वाली आय की राशि को बैंक में जमा कराने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की एजेंसी से करार किया था। करार के अनुसार आय की राशि को कैश लिफ्टर को सौंप दिया जाता था। जांच में पाया गया कि कैश लिफ्टरों ने रेलवे की पूरी राशि जमा नहीं कराई और बैंक को ट्रेजरी रेमिटेंस नोट की जो प्रतियां दी गई, उनमें रुपये कम दिखाए गए। वहीं रिसिविंग कॉपी में पूरी रकम दिखाई गई और इस तरह हेराफेरी को अंजाम दिया गया।
अभिषेक- सुमन की रिपोर्ट