GOAL Institute : रांची में NEET परीक्षा में सफल छात्रों को गोल इंस्टीच्यूट ने किया सम्मानित, संस्थान के निदेशक बिपिन सिंह ने की उज्जवल भविष्य की कामना
GOAL Institute : रांची में गोल इंस्टीच्यूट की ओर से NEET परीक्षा में सफल छात्रों को सम्मानित किया गया. जहाँ गणमान्य अतिथियों ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की.....पढ़िए आगे
PATNA : गोल इन्स्टीट्यूट द्वारा नीट 2025 में सफल छात्रों के लिए रांची के गुरु नानक हायर सेकेंडरी स्कूल, पी पी कंपाउंड, हिंदपीरी में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमें गोल के झारखंड से सफल छात्रों को मेडल, एप्रोन एवं स्टेथोस्कोप देकर सम्मानित किया गया। इस प्रोग्राम में सफल छात्रों के साथ साथ सैंकड़ों गोल इन्स्टीट्यूट में तैयारी कर रहे छात्रों ने भाग लिया। इस प्रोग्राम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. अमितेश आनंद सीनियर कंसल्टेंट और हेड, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, आरसीएचआरसी ने गोल संस्थान का मूक्तकंठ से प्रशंसा करते हुए कहा की यह गौरव की बात है कि झारखंड में गोल के मदद से आज इतने अधिक संख्या में छात्र सफल होकर डॉक्टर बनने की दिशा में अपना कदम बढ़ा रहे हैं। साथ ही उन्होनें सफल छात्रों को भविष्य में आने वाली जिम्मेवारियों से अवगत कराया।
इनके अलावा इस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह, वरिष्ठ एनेस्थेसियोलॉजिस्ट, क्रिटिकल केयर कंसल्टेंट, पारस एच.ई.सी. हॉस्पिटल (रांची) एवं कई अन्य गणमान्य अतिथि ने सफल छात्रों से अपने अनुभव को साझा किए एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में भविष्य में सफलता प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए। छात्रों के सफलता पर गौरवान्वित होते हुए गोल इन्स्टीट्यूट के फाउण्डर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर बिपिन सिंह ने कहा कि इस सफलता का श्रेय छात्रों के अथक प्रयास, अभिभावकों का विश्वास और गोल टीम का लगातार सही दिशा में किया गया प्रयास को जाता है। सिंह ने छात्रों को भविष्य में भी इसी तरह से सफलता प्राप्त करने की शुभकामना दिए एवं अगले वर्ष की तैयारी कर रहे छात्रों को कहा कि गोल इन्स्टीट्यूट के रिजल्ट ऑरिएण्टेड सिस्टम का कदम से कदम मिलाकर फ़ालो करें, अगले वर्ष सफलता जरूर आपके कदम चूमेगी। गोल इन्स्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने बताया की "इस वर्ष का प्रश्नपत्र अपेक्षाकृत कठिन था, बावजूद इसके हमारे छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया है। इस बार कुल 5432 छात्रों ने गोल से नीट क्वालिफाई किया है जिसमे से 527 छात्रों को सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला पाने की संभावना है। यह हम सबके लिए गर्व का क्षण है।" हमारी संस्थान अगले सत्र के लिए फाउण्डेशन, टारगेट, एचीवर एवं टेस्ट सिरिज के माध्यम से नीट के लिए छात्रों को और भी बेहतर सुविधाओं के साथ तैयारी करवाएगी।
गोल इन्स्टीट्यूट के आर एण्ड डी हेड आनन्द वत्स गोल के नए सत्र की जानकारी देते हुए बताए कि इस वर्ष छात्रों को विशेष रूप से नीट के स्कोर के आधार पर एवं गोल स्कॉलरशीप टेस्ट के आधार पर वृहत पैमाने पर छात्रवृत्ति दी जा रही है ताकि आर्थिक रूप से कमजोर छात्र भी गोल के रिजल्ट ओरिएण्टेड क्लासरूप कोर्सेस फैसिलिटी ले पाएं। साथ ही उन्होनें कहा की इस वर्ष रांची ब्रांच में छात्रों को पिछले वर्षों की तुलना में अत्यधिक फैसेलिटी दी जा रही है जहां अच्छे शिक्षण और टेस्ट के साथ साथ हॉस्टल और लाईब्रेरी की सुविधा भी छात्रों को उपलब्ध कराई जा रही है। गोल धनबाद ब्रांच हेड संजय आनंद ने कहा की गोल अगले वर्ष नए पाठ्यक्रम के अनुसार नए बदलाव के साथ और भी बेहतर सुविधाएँ छात्रों को देने जा रही है जिससे छात्र और अधिक लाभान्वित होंगे।
शुभजीत राज– 630 अंक, 236वीं ऑल इंडिया रैंक- ने कहा कि गोल संस्थान एक परिवार की तरह केयर किया है और साथ ही क्वालीटी शिक्षण एवं नीट के नए पैटर्न पर आधारित गोल का टेस्ट के द्वारा प्रैक्टिस ने हमें टॉपर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपने सफलता का श्रेय माता-पिता के अलावा गोल इन्स्टीटड्ढूट को देते हुए गोसिया फिरदौस – 612 अंक, 702वीं ऑल इंडिया रैंक ने बताया कि विपरीत परिस्थिति में भी गोल इन्स्टीटड्ढूट द्वारा रेगुलर क्लास, रिविजन क्लास, टेस्ट, डाउट्स के साथ गोल के एक्सपर्ट्स के द्वारा दिशा निर्देश ने हमारे सफलता मे अहम भूमिका निभाया है। गोल में प्राप्त पर्सनल केयर एवं अच्छे कॉम्पीटीटीव माहौल का हमारे अच्छे रिजल्ट में अहम रोल है। गोल का सहयोग हमें नीट परीक्षा के दिन तक मिला जो हमारे लिए अविस्मरणीय है।
नफीसा निगार – 610 अंक, 822वीं ऑल इंडिया रैंक ने बताया कि "गोल एजुकेशन विलेज का अनुशासित वातावरण और बोर्ड के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का मॉडल बहुत प्रभावी रहा।" इसके अलावा समारोह में कई अन्य छात्रों को सम्मानित किया गया। समारोह का संचालन गोल के अभिषेक कुमार एवं संजय आनंद के द्वारा किया गया। जिसमें गोल के के.पी. सिंह, शुभम, पुनम, सुमेधा, सुमेधा, प्रेरणा, साक्षी, अनुराग, यशवंत, सना, अतुल, अलकामा, मुकेश, उज्जवल, कुमकुम, प्रियरंजन एवं कई अन्य गणमान्य सदस्य एवं शिक्षक मौजूद थे।