Sex racket: देह व्यापार का काला कारोबार बेनक़ाब, हॉस्टल से सेक्स रैकेट चलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़,13 गिरफ्तार

राजधानी के एक गर्ल्स हॉस्टल से चल रहा था सेक्स रैकेट, 10 युवतियों सहित 13 को हिरासत में

राजधानी के एक गर्ल्स हॉस्टल से चल रहा था सेक्स रैकेट, 10 युवतियों सहित 13 को हिरासत में- फोटो : NEWS 4 NATION

N4N डेस्क : रांची के लालपुर थाना क्षेत्र में पुलिस ने रविवार को उस गंदे धंधे का पर्दाफ़ाश किया जिसने शहर की फिज़ाओं को दाग़दार कर दिया। वर्द्धमान कंपाउंड स्थित ओम गर्ल्स हॉस्टल से संचालित हो रहे सेक्स रैकेट का खुलासा होते ही हड़कंप मच गया। इस धंधे का सरगना मो. मोजेबुल रहमान और उसकी सहयोगी वीणा देवी निकले, जो पिछले काफ़ी वक़्त से एजेंटों के ज़रिए लड़कियों को होटलों और ग्राहकों के घरों तक सप्लाई कर रहे थे।

पुलिस ने दबिश देकर हॉस्टल से 11 लड़कियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि मोजेबुल रहमान ने इन लड़कियों को पश्चिम बंगाल से लाकर रांची में ठहराया था। बिना किसी काग़ज़ात के हॉस्टल में पनाह दिलाई गई। बदले में हॉस्टल संचालक रवि सिंह को हर लड़की पर ₹400 प्रतिदिन किराया दिया जाता था।

मामले में 20 आरोपियों पर केस दर्ज हुआ है। इनमें से 13 को जेल भेजा जा चुका है, जबकि 7 की तलाश जारी है। गिरफ़्तार आरोपियों में मोजेबुल रहमान, वीणा देवी, राज कुमार सिंह, सुमोन दा उर्फ राजू, रंजीत, मुनीर, रवि, राहुल और राजन शामिल हैं।

मोजेबुल रहमान की गंदी मंडी में हर लड़की एक "सामान" बन चुकी थी।ग्राहक मिलते ही लड़कियों को होटल या घरों में डिलीवर किया जाता।ग्राहक से वसूली गई रकम का 50% कमीशन मोजेबुल रखता और बाकी रकम कोलकाता में बैठे सुमोन दा उर्फ राजू को भेज दी जाती।गिरोह के पास एजेंटों की पूरी फौज थी ।  सनराइज होटल मैनेजर रंजीत, मुनीर, रवि, राहुल और राजन इस धंधे को फैलाने के ज़िम्मेदार थे।

लड़कियों की निशानदेही पर मोजेबुल और वीणा को धर दबोचा गया। पुलिस पूछताछ में मोजेबुल ने क़बूल किया कि हॉस्टल संचालक को सबकुछ मालूम था। उसका काम सिर्फ कमाई करना था, चाहे उसकी चारदीवारी में कैसी भी "बाज़ारगिरी" क्यों न हो।

लालपुर थानेदार रूपेश कुमार ने पुष्टि की कि 20 के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने साफ कहा कि यह संगठित गिरोह है। एजेंट से लेकर हॉस्टल संचालक तक सभी इसमें लिप्त पाए गए हैं। बाक़ी फरार आरोपियों की तलाश जारी है।