Jharkhand News: कोल्हान में बढ़ेगी रेलवे की रफ्तार, 2026 तक आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से बदलेगा परिवहन
कोल्हान में रेलवे का तेजी से आधुनिकीकरण हो रहा है, जिससे 2026 तक यहाँ की रेल व्यवस्था पूरी तरह से बदल जाएगी। यात्री सुविधाओं में वृद्धि के साथ-साथ माल ढुलाई (फ्रेट कॉरिडोर) को भी गति मिलेगी।

भारतीय रेलवे कोल्हान में तेजी से आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रहा है, जिससे 2026 तक यहां की रेलवे व्यवस्था पूरी तरह बदल जाएगी। यात्री सुविधाएं बढ़ेंगी और माल ढुलाई (फ्रेट कॉरिडोर) को भी रफ्तार मिलेगी। टाटानगर-आदित्यपुर के बीच तीसरी रेल लाइन का काम अंतिम चरण में है। इसके पूरा होते ही हावड़ा-टाटानगर-राउरकेला-झारसुगुड़ा तक चौथी लाइन का काम तेज हो जाएगा। इस परियोजना के पूरा होने से मालगाड़ियों और यात्री ट्रेनों का परिचालन सुगम और तेज हो जाएगा।
माल ढुलाई में नया कीर्तिमान, 2026 तक और बढ़ेगी क्षमता
माल ढुलाई के मामले में चक्रधरपुर रेल मंडल देश में अव्वल है। दिसंबर 2024 तक मंडल ने 114.78 मिलियन टन माल लोड किया, जो पिछले साल से 5.67% अधिक है। इससे रेलवे को 10,115 करोड़ रुपये का राजस्व मिला, जबकि यात्री ट्रेनों से मात्र 391.25 करोड़ रुपये की आय हुई। माल ढुलाई में तेजी लाने के लिए महानदी कोल फील्ड (एमसीएल), सरडेगा में रैपिड लोडिंग सिस्टम लगाने का निर्णय लिया गया है। इससे कम समय में अधिक रैक में कोयला लोड हो सकेगा। इसके साथ ही नोवामुंडी और डांगुवापोसी में यार्ड रिमॉडलिंग का काम भी तेजी से चल रहा है, जिससे इंजन बदलने की समस्या खत्म हो जाएगी।
ओवरलोडिंग रोकेंगी वेट-ब्रिज मशीनें
ओवरलोडिंग रोकने के लिए मंडल के सभी लोडिंग प्वाइंट पर वेट-ब्रिज मशीनें लगाई जा रही हैं। इससे ट्रेनों पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ेगा और मालगाड़ियों का परिचालन सुरक्षित हो जाएगा। इन सभी रेलवे परियोजनाओं के पूरा होने से न केवल ट्रेनों की गति बढ़ेगी, बल्कि माल ढुलाई में भी सुविधा होगी। इसके अलावा समय की पाबंदी में सुधार होगा और यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। कोल्हान में परिवहन का नक्शा 2026 तक पूरी तरह बदल जाएगा।