सच्चे प्यार के मायने बदलती एक कपल की लव स्टोरी, कैसे एक हादसे ने बदल दी थी इनकी दुनिया, जानें पूरी बात
अनूप और नेहल की यह कहानी सिर्फ एक प्रेम कहानी नहीं, बल्कि यह हमें सिखाती है कि प्यार में आत्मसमर्पण, सहनशीलता और संघर्ष की शक्ति होती है।
Real Love life story: प्रेम कहानियां अक्सर फिल्मी लगती हैं, लेकिन कुछ सच्ची स्टोरी ऐसी होती हैं, जिनमें भाग्य और संयोग का अनोखा मेल होता है। ऐसी ही एक सच्ची प्रेम कहानी है अनूप और नेहल की, जो हाल ही में 'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' के फेसबुक पेज पर शेयर की गई। इस अनोखे जोड़े की कहानी यह साबित करती है कि प्यार में न जाति होती है, न धर्म, न परंपरा और न ही कोई सीमा। यह एक असाधारण प्रेम कहानी है, जिसमें तकदीर ने दो अजनबियों को जोड़ने का काम किया।
संयोग या तकदीर? अनूप और नेहल की पहली मुलाकात
अनूप और नेहल की पहली मुलाकात 9 साल पहले मुंबई में एक एनजीओ "नीना फाउंडेशन" के कंवेंशन में हुई थी। इस कंवेशन में हिस्सा लेने से पहले दोनों एक ऐसी त्रासदी से गुजर चुके थे जिसने उनकी जिंदगी बदल दी थी। दोनों का नवी मुंबई की एक ही स्ट्रीट पर एक्सीडेंट हुआ था, और संयोग की बात यह थी कि दोनों एक ही मॉडल की कार चला रहे थे। इस दुर्घटना में दोनों की रीढ़ की हड्डी में चोट आई, जिससे वे व्हीलचेयर पर आ गए। यह विचित्र संयोग उनकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट बना।
एक-दूसरे से जुड़ी स्टोरी और बढ़ता प्यार
पहली मुलाकात के बाद जब अनूप और नेहल ने अपनी स्टोरी एक-दूसरे से साझा कीं, तो उन्हें यह महसूस हुआ कि उनके जीवन के अनुभव, कठिनाइयां और संघर्ष कितने समान हैं। बातचीत से शुरू हुई यह पहचान धीरे-धीरे गहरे रिश्ते में बदल गई। अनूप केरल से हैं और नेहल एक गुजराती परिवार से हैं। उनके परिवार, परंपराएँ, खानपान और रहन-सहन पूरी तरह अलग थे, लेकिन उनके दिल जरूर एक-दूसरे से मेल खाते थे।
परिवार की असहमति और 7 साल का संघर्ष
जब अनूप और नेहल ने अपने परिवारों को अपने प्यार और शादी की इच्छा के बारे में बताया, तो शुरुआत में उन्हें परिवारों की ओर से असहमति का सामना करना पड़ा। उनके परिवारों को चिंता थी कि दोनों शारीरिक रूप से एक-दूसरे का सहारा कैसे बन पाएंगे और जीवन की चुनौतियों का सामना कैसे करेंगे। लेकिन अनूप और नेहल ने हार नहीं मानी। अपने परिवारों को मनाने के लिए उन्होंने पूरे 7 साल संघर्ष किया। अंततः, उनके परिवारों ने उनकी सच्ची और मजबूत भावना को समझा और शादी के लिए अपनी सहमति दे दी।
एकता की जीत: शादी और एक नए जीवन की शुरुआत
7 साल के संघर्ष और इंतजार के बाद, अनूप और नेहल ने 12 दिसंबर 2017 को मुंबई में अपने परिवार वालों की मौजूदगी में शादी कर ली। यह शादी केवल उनके प्यार की जीत नहीं थी, बल्कि एक मजबूत आत्मविश्वास की कहानी भी थी। शादी की तस्वीरें और उनकी 'लव स्टोरी' सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं और लोगों को प्रेरणा देने लगीं। आज यह कपल अपने परिवार से दूर रहकर एक-दूसरे का सहारा बनकर सुखी जीवन जी रहा है।