योगराज सिंह की धोनी के प्रति बदलती धारणा: युवराज सिंह के करियर विवाद का नया पहलू

पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने एमएस धोनी की प्रशंसा करते हुए उनके नेतृत्व कौशल और निडरता को सराहा। जानें क्यों बदली योगराज की राय।

योगराज सिंह की धोनी के प्रति बदलती धारणा: युवराज सिंह के करियर विवाद का नया पहलू
योगराज सिंह ने धोनी का सराहा- फोटो : social media

yograj singh praises ms dhoni: भारतीय क्रिकेट के इतिहास में युवराज सिंह का योगदान महत्वपूर्ण रहा है। हालांकि, उनके पिता योगराज सिंह लंबे समय से एमएस धोनी की आलोचना करते आए हैं, उन पर युवराज के करियर को नुकसान पहुंचाने के आरोप लगाए गए हैं। योगराज ने कई बार मीडिया में धोनी के खिलाफ कड़े बयान दिए थे, जिसमें उन्होंने धोनी पर युवराज के टीम से बाहर होने का दोष मढ़ा था।

रॉबिन उथप्पा के बयान से उभरा नया दृष्टिकोण

पूर्व क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा के हालिया बयान में उन्होंने युवराज के करियर को जल्दी खत्म करने के लिए विराट कोहली को जिम्मेदार ठहराया। उथप्पा ने बताया कि कैंसर को हराने के बाद भी युवराज को टीम में उचित सम्मान नहीं मिला और फिटनेस के मुद्दों के कारण उन्हें बार-बार नजरअंदाज किया गया। उथप्पा के इस बयान से योगराज सिंह के विचारों में बदलाव आ सकता है, क्योंकि उन्होंने धोनी की आलोचना के बजाय उनके नेतृत्व की तारीफ की।

धोनी के नेतृत्व की योगराज सिंह द्वारा प्रशंसा

योगराज सिंह ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में एमएस धोनी की जमकर तारीफ की। उन्होंने धोनी को एक प्रेरणादायक कप्तान बताते हुए उनके निडरता और मैच में उनकी रणनीतिक सोच की प्रशंसा की। उन्होंने धोनी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि धोनी टीम को निर्देश देने और गेंदबाजों को रणनीति समझाने में माहिर थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच में धोनी की निडरता का उदाहरण देते हुए, योगराज ने कहा कि मिचेल जॉनसन की तेज गेंद उनके हेल्मेट से टकराने के बावजूद वे शांत रहे और अगले ही गेंद पर छक्का लगाया।

योगराज सिंह के विचारों में बदलाव का संभावित कारण

योगराज सिंह के विचारों में यह बदलाव रॉबिन उथप्पा के बयान से प्रेरित हो सकता है, जिसने युवराज के टीम से बाहर होने के पीछे धोनी के बजाय विराट कोहली को अधिक जिम्मेदार ठहराया। यह नई जानकारी योगराज सिंह के नजरिए को बदलने में सहायक हो सकती है, जिससे वे धोनी की सकारात्मक विशेषताओं पर ध्यान केंद्रित करने लगे हैं।

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