JK Election Result: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में 'राजपूतों' ने दिखाया दबदबा, 12 सीटों पर फहराया परचम, 10 बीजेपी के टिकट पर जीते
N4N DESK : जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव का परिणाम आ चुका है। इसके मुताबिक प्रदेश में नेशनल कांफ्रेस और कांग्रेस की सरकार बन रही है। इस चुनाव में महबूबा मुफ़्ती की पार्टी पीडीपी का लगभग सफाया हो गया है। पार्टी को महज 3 सीटें आई हैं। जम्मू कश्मीर दो संभाग है। एक जम्मू संभाग और दूसरा कश्मीर संभाग। जम्मू संभाग में विधानसभा की 43 सीटें आती है और कश्मीर संभाग में 47 सीटें है। जम्मू संभाग की 43 सीटों में से 6 एसटी और 7 एससी के लिए आरक्षित है। हालाँकि सबसे बड़ी बात यह है की इस चुनाव में जम्मू में राजपूतों ने अपना दबदबा कायम किया है।
चुनाव परिणाम को देखे तो बाकी बचे 30 सीटों में 12 सीटों पर राजपूत समाज के उम्मीदवारों ने जीत का परचम लहराय़ा है। जीतने वाले 12 उम्मीदवारों में से 10 बीजेपी से, 1 नेशनल कांफ्रेंस से और एक निर्दलीय उम्मीदवार जीते है। इन उम्मीदवारों में किश्तवाड़ से शगुन परिहार, नगरोटा से देवेंद्र सिंह राणा, चनेनी से बलवंत सिंह मनकोटिया, जसरोटा से राजीव सिंह जसरोटिया, डोडा वेस्ट से शक्ति राज परिहार, भद्रवाह से दलीप सिंह परिहार, बसोहली से दर्शन सिंह ठाकुर, सांभा से सुरजीत सिंह सलाथीया, कलाकोट सुंदरबनी से ठाकुर रणधीर सिंह, उधमपुर पूर्व से रणवीर सिंह पठानीया शामिल हैं। जिन्होंने बीजेपी की टिकट पर जीत हासिल किया है। वहीँ रामबन से एडवोकेट अर्जुन सिंह राजू नेशनल कांफ्रेंस की टिकट पर और कठुआ जिले के बनी विधानसभा क्षेत्र से डॉक्टर रामेश्वर सिंह ठाकुर ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की है। वहीँ कश्मीर संभाग में बीजेपी अपना खाता भी नहीं खोल पायी है।
बता दें कि किश्तवाड़ से जीती शगुन परिहार बीजेपी की एकमात्र महिला विधायक है। शगुन परिहार का परिवार शुरू से बीजेपी से जुड़ा था। उनके चाचा अनिल परिहार जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के कद्दावर नेता थे। वह जम्मू कश्मीर भाजपा के सचिव थे। नवंबर 2018 में किश्तवाड़ में आतंकियों ने शगुन परिहार के पिता अजीत परिहार और चाचा अनिल परिहार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। शगुन ने अपने चुनावी कैंपेन में लोगों को भरोसा दिलाया कि वह शांति, सुरक्षा और समृद्धि लाने के लिए इस चुनाव मैदान में उतरी हैं।
बता दें कि जम्मू कश्मीर में दस साल बाद विधानसभा चुनाव कराये गए। प्रदेश में वर्ष 2014 में चुनाव हुआ था। इस चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। जिसके बाद पीडीपी औऱ भाजपा गठबंधन की सरकार बनी थी। लेकिन बाद में भाजपा ने पीडीपी से अपना सर्मथन वापस ले ली थी। उसके बाद प्रदेश में धारा 370 खत्म होने के बाद चुनाव नही हुई थी। जम्मू कश्मीर में चुनाव सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद हुआ ।
ऋतिक की रिपोर्ट