BIHAR NEWS: गरीबों को राशन के नाम पर मिला कीड़े वाला चावल, रोषपूर्ण स्वर में डीएम से कहा- इससे अच्छा तो हमें भूखे ही मार देते

CHHAPRA: ‘साहब, ऐसा एहसान जताने से अच्छा तो हमें भूखा ही मार देते, कम से कम राशन के नाम पर कीड़े वाला चावल तो नहीं मिलता!’ ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि डीलर के यहां राशन लेने पहुंचे गरीबों ने यह सवाल डीएम साहब का नाम लेते हुए कर दिया। लाभुकों ने कहा कि सरकार हम गरीबों का खूब मजाक उड़ाती है। 

छपरा प्रशासन द्वारा दिए जाने वाले राशन की दुकानों में लगभग सभी जगह सड़े हुए अनाज का आवंटन किया गया है। जिसके चलते लाचार और बेबस परिवार सड़ा हुए अनाज खाने को मजबूर हैं। छपरा शहर के वार्ड नंबर 40 में डीलर के यहां पहुंचे लाचार बेबस लोगों ने सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई। लाभुकों ने दुखी स्वर में कहा कि इस सड़े हुए कीड़े लगे चावल से तो अच्छा है कि सरकार एक बार में ही जहर देकर मार दे। ताकि यह कीड़ा लगा हुआ चावल नहीं खाना पड़े। वहीं इस संदर्भ में जब डीलर से बात की गई तो डीलर ने साफ तौर पर कहा कि इसमें हमारी कोई गलती नहीं है। हम डीलरों को जैसा अनाज मिलेगा वैसा ही हम उपभोक्ताओं को देंगे।

हालांकि डीलर ने भी यह बात मानी है कि यह चावल जो राशन के रूप में खाने के लिए दिया जा रहा है। वह जानवरों को देने के समान भी नहीं है। चावल में काफी मात्रा में लगे कीड़े और फंगस साफ तौर पर नजर आ रहे हैं। वहीं डीलर ने भी कहा कि एक बोरे में 50 किलो अनाज कागज पर लिखित मिलता है। बड़े ही दुःख की बात है कि सभी बोरे अनाज 2 से 3 किलो कम ही पाया जाता है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर सिस्टम में गलती कौन और कैसे हो रहा है, जो जांच का विषय है।