भाजपा के ‘सम्राट’ ने नीतीश के ही अस्त्र से महागठबंधन सरकार पर किया जबर्दस्त प्रहार, बिजली बिल में बढ़ोतरी पर जताया विरोध

पटना. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने शनिवार को नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने राज्य में बिजली दरों में की गई बढ़ोत्तरी को लेकर अपना विरोध कविता के माध्यम से जताया. दरअसल, 2010 के विधानसभा चुनावों में नीतीश कुमार ने धर्मवीर भारती की जिस प्रसिद्ध कविता ‘मुनादी’ के जरिये लालू प्रसाद को घेरा था, आज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने अपने फेसबुक पोस्ट में उसी कविता के जरिये बिजली बिल में बढ़ोतरी के मुद्दे पर नीतीश सरकार को जम कर खरी खोटी सुनाई है.
गौरतलब हो कि तब इसी कविता के जरिये नीतीश कुमार ने रेलवे का कायापलट करने का ढिंढोरा पीट रहे लालू प्रसाद यादव का नामकरण ‘कायापलट जी’ कर दिया था. अब इसी कविता के जरिये सम्राट चौधरी ने ‘सुशासन बाबू और जनताराज’ जैसे शब्दों का कटाक्षों की तरह प्रयोग कर नीतीश कुमार को निशाने पर लिया है.
कविता में थोड़े परिवर्तन के साथ बिजली बिल में बढ़ोतरी से आम जनता पर आने वाली कठिनाइयों का जिक्र करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने अपने पोस्ट में लिखा है कि
“ख़ल्क ख़ुदा का, मुलुक बाश्शा का
हुकुम शहर कोतवाल का...
हर खासो-आम को आगह किया जाता है
कि अपनी गठरियों में छिपाई हुई
गाढ़ी मेहनत की कमाई निकाल कर बाहर रख दें
घोंट दे गला अपने अरमानों का
और
दफन कर दें अपने बच्चों के भविष्य को
क्योंकि
‘सुशासन बाबू’ के कारिंदे निकल पड़े हैं
‘बिजली बिल’ के नाम पर छीनने आपके
सुनहरे भविष्य के लिए
बचाए जा रहे पैसों को”
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कविता में मंत्रियों की बढ़ी तनख्वाह और नीतीश सरकार द्वारा खरीदे जा रहे जेट का भी जिक्र किया है. उन्होंने लिखा कि
“बात मंत्रियों की बढ़ी तनख्वाह का है
बात ‘चाचा-भतीजे’ के ऐशोआराम की है
बात उनके खरीदे जा रहे उड़न खटोले की है
ऐसे में ‘जनताराज’ में सरकार को आपकी जेब कतरने का हक क्यों नहीं?”
कविता में आगे नीतीश सरकार के सुशासन पर तंज कसते हुए सम्राट चौधरी ने लिखा कि
“‘कुशासन’ की लालटेन थामे ‘दुशासनों’ से भरी
‘सुशासन’ की गाड़ी आती ही होगी
पीएम बनने की हसरतों में आपको
जबरन दांत दिखाते देना ही होगा अपना योगदान
आखिर बात ‘बाश्शा’ के रसूख की है
जनताराज में उम्मीदों का जनाजा निकलते हुए देखिये
ख़ामोशी से! मुंह पर ऊँगली रखे! चुपचाप!”
सम्राट ने एक प्रकार से नीतीश सरकार पर इस कविता ‘वार’ करते हुए स्पष्ट रूप से यह संकेत दिया है कि भाजपा बिजली बिल बढ़ोतरी के मुद्दे पर चुप नहीं बैठने वाली.