अब कभी चुनाव नहीं लड़ेंगे भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह, लोकसभा का टिकट कटने के बाद किया राजनीति से संन्यास का ऐलान

DESK : महिला पहलवानों से शोषण के आरोपों के कानूनी पचड़ों में बुरी तरह घिरे भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। कैसरगंज लोकसभा सीट पर भाजपा के द्वारा बेटिकट किए जाने के बाद उन्होंने यह फैसला लिया। बता दें कि उनकी पार्टी भाजपा ने इस लोकसभा चुनाव में कुश्ती संघ विवाद के कारण उनकी जगह उनके बेटे करण भूषण को चुनावी अखाड़े में उतारा है।

एक अखबार से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि , ''मैं अब जीवन में कभी भी चुनाव नहीं लड़ूंगा। मेरे पास करने के लिए कई सारे काम हैं।'' छह बार के सांसद होने के बावजूद मंत्री न बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में बहुत कम लोगों को वो सम्मान मिला है जो मुझे मिला है। 

पहले पत्नी बनी सांसद, अब बेटा बनेगा

लेकिन शुरू से मेरे ऊपर बाहुबली होने का आरोप मढ़ दिया गया, जिसका मुझे नुकसान हुआ है। कांग्रेस ने मेरे खिलाफ 1996 में भी षड्यंत्र किया था, कल्पनाथ राय के साथ मुझे अरेस्ट किया गया तब मेरी पत्नी को चुनाव लड़ाना पड़ा और वो सांसद बनीं। एक बार फिर कांग्रेस का षड्यंत्र है, इस बार मेरे बेटे करन सांसद बनेंगे।

कहा- अब दोगूनी ताकत से करुंगा काम

बृजभूषण शरण सिंह ने एक दिन पहले ही कहा था, 'ना बूढ़ा हुआ हूं और ना रिटायर हुआ हूं। पहले आप लोगों के बीच में जितना रहता था, उससे दोगुना रहूंगा। अब मैं दोगुनी ताकत के साथ काम करूंगा। मैंने एक नारा दिया था, स्वच्छ गोंडा। अभी बहुत कुछ करना बाकी है। मुझे जानकारी है कि कहां सड़क की जरूरत है और कहां पुल बनना चाहिए। मुझे क्षेत्र की सारी समस्याएं पता हैं। आपके लिए मैं किसी से भी भिड़ सकता हूं। मेरा क्या कर लेंगे, लड़के जीत लेंगे? 

योगी को बताया अपना गुरू भाई, मोदी को नेता

इस दौरान बृजभूषण सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अपने संबंधों को लेकर भी स्थिति साफ की है। उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान नरेंद्र मोदी को अपना नेता करार दिया था। उनसे जब योगी आदित्यनाथ के बारे में पूछा गया तो उन्होंने यूपी सीएम को अपना गुरु भाई बताया।