'तिलक' लगाने वालों पर जगदानंद के विवादित बोल के बाद राजद से जदयू ने किया किनारा, याद दिलाई सीएम नीतीश की नसीहत

पटना. राजद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के 'तिलक' लगाने वालों को लेकर दिए एक बयान पर अब बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के प्रमुख घटक दलों में राजद और जदयू के बीच तकरार बढ़ता दिख रहा है. जगदानंद सिंह ने कहा था कि तिलक लगा कर घूमने वालों ने भारत को गुलाम बनवाया. भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग मंदिर ,मस्जिद की बात करते है. गरीबी और बेरोजगारी की नहीं. ये केवल दंगा कराने की बात करते है. भारत को हिन्दू ,मुस्लिम ,सिख ,ईसाई ने मिलकर बनाया है. अपने बयान पर गुरुवार को भी जगदानंद सिंह कायम रहे और उन्होंने कहा कि वे जो भी बोले हैं वह सच है. 

इस बीच अब जदयू नेता और बिहार सरकार में मंत्री जमा खान ने कहा है कि किसी को इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. जदयू के किसी नेता ने आज तक इस तरह की टिप्पणी नहीं की है. हमारे नेता नीतीश कुमार सबको साथ लेकर चलने वाले नेता हैं. हमें भी देश को जोड़कर रखना है. सबको साथ लेकर चलना है. सभी समुदाय के लोगों में आपस में प्रेम रहे और देश में भाईचारा रहे यही प्रयास रहना चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सभी धर्मों को अपने-अपने नियम के हिसाब से चलने का अधिकार है.

दरअसल, पिछले दिनों की तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने इसी तरह कहा था कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए. उनके बयान के बाद से लगातार भाजपा सहित कई अन्य दलों ने आपत्ति जताई. यहां तक कि कांग्रेस ने भी कहा कि हम सर्व धर्म समभाव में विश्वास करते हैं. वहीं इंडिया गठबंधन में शामिल शिवसेना (उद्धव गुट) ने कहा कि उदयनिधि को ऐसे बयान से बचना चाहिए. इस देश में सभी धर्म को मानने वाले लोग हैं. 

उनका सनातन का यह विवाद थमा भी नहीं था कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इस बार तिलक लगाने वालों को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी. अब उनके बयान पर एक ओर जहाँ भाजपा के नेताओं ने आपत्ति जताई है. वहीं दूसरी ओर जदयू भी राजद नेता के बयान से खुद को किनारा कर चुकी है.