लोकसभा चुनाव से पहले झारखंड कांग्रेस को लगा झटका, पार्टी के यह बड़े नेता भाजपा में हुए शामिल

लोकसभा चुनाव से पहले झारखंड कांग्रेस को लगा झटका, पार्टी के यह बड़े नेता भाजपा में हुए शामिल

JAMSHEDPUR : देश के कई राज्यों की तरह झारखंड में भी कांग्रेस को लगाता झटका लग रहा है। कुछ दिन पहली पार्टी के सांसद गीता कोड़ा ने भाजपा में जाने का फैसला किया था। अब यहां पार्टी को एक और झटका लगा है। यहां  जामताड़ा कांग्रेस अध्यक्ष हरिमोहन मिश्रा ने थामा भाजपा का दामन थाम लिया है। जमशेदपुर सर्किट हाउस में बाबूलाल मरांडी के समक्ष इन्होंने भाजपा की सदस्यता स्वीकार की। इस दौरान उनके साथ   जिला उपाध्यक्ष मुस्तफा अंसारी, जिला महासचिव विमल कुमार भैया, महिला जिला अध्यक्ष बेबी पासवान, प्रखंड अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष सहित कई लोगों ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। 

इधर अपने त्यागपत्र देने के बाबत हरिमोहन मिश्रा ने बताया कि कांग्रेस पार्टी में मुझे हमेशा अच्छा सम्मान मिला है। कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर की बहुत अच्छी पार्टी है लेकिन जामताड़ा में पूर्व सांसद पुरकान अंसारी और वर्तमान विधायक डॉ इरफान अंसारी की कार्यशैली से संगठन तार-तार हो रहा है. उन्होंने अपने त्यागपत्र में लिखा है कि यह दोनों बाप बेटे मिलकर जामताड़ा जिला में कांग्रेस को अपनी पॉकेट की चीज बनाकर रखा है. यहां पर ना तो संगठन को महत्व दिया जाता है और ना ही संगठन के पदाधिकारी को तरजीह दी जाती है।

उन्होंने विधायक इरफान अंसारी पर तीखा प्रहार करते हुए लिखा है कि भाई से ठेकेदारी करवाते हैं और पिता से बिचौलियागिरी. इर्द-गिर्द घूमने वालों को वैल्यू मिलता है और जो उनका चमचागिरी नहीं करते उन्हें दरकिनार रखा जाता है. जामताड़ा सहित पूरे संथाल परगना में पार्टी की दुर्दशा के जिम्मेवार यही दोनों बाप बेटे हैं. 

उन्होंने कहा कि कमीशन खोरी और आदिवासियों का शोषण विधायक का मुख्य कार्य है. उन्होंने आरोप लगाया कि जामताड़ा विधायक ना तो हिंदू के हैं और ना ही मुसलमान के. इन्होंने दोनों ही धर्म के लोगों को ठगने का काम किया है.

मौके पर हरिमोहन मिश्रा के साथ जिला उपाध्यक्ष, जिला महासचिव, प्रखंड अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष आदि पदों पर आसीन कार्यकर्ता भी अपने पद से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हो गए. मुख्य रूप से मुस्तफा अंसारी, विमल कुमार भैया, तारकेश्वर सिंह,  बेबी पासवान, विक्रांत सिंह, असलम अंसारी, युवराज सिंह, विवेकानंद सिंह आदि ने अपने पद त्याग कर भाजपा का दामन थामा

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