कोविड-19 अब वर्ल्ड हेल्थ इमरजेंसी नहीं, 70 लाख से ज्यादा मौतों के बाद WHO ने किया ऐलान

PATNA : तीन साल तीन महीने के बाद आखिरकार कोरोना को लेकर अब वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने भी मान लिया है कि अब यह वर्ल्ड हेल्थ इमरजेंसी नहीं रहा। इसकी वजह यह है कि एक साल में इसके मामले बहुत तेजी से कम हुए और मरने वालों का आंकड़ा भी बेहद कम हो गया है।
ज्यादातर देश हुए नॉर्मल
WHO चीफ टेड्रोस एडेहोनम ने जेनेवा में मीडिया से कहा- वैक्सीनेशन की वजह से काफी कामयाबी मिली। हेल्थ सिस्टम पर अब प्रेशर भी बहुत कम हो गया है। ज्यादातर देश नॉर्मल लाइफ पर लौट चुके हैं।हालांकि इसका ये मतलब नहीं है कि ये दुनिया के लिए खतरा भी नहीं रहा।
WHO डायरेक्टर जनरल ने आगे कहा- पिछले हफ्ते की ही बात करें तो हर 3 मिनट में कोविड-19 से एक व्यक्ति की मौत हुई। ये वो मौतें हैं, जिनकी हमारे पास जानकारी है। इसके अलावा भी बहुत कुछ हो सकता है। जब हम आज यहां इस बारे में बात कर रहे हैं तो दुनिया में कई लोग अब भी ICU में कोविड-19 से जूझ रहे हैं।
30 जनवरी 2020 को हुआ था ग्लोबल इमरजेंसी घोषित
30 जनवरी 2020 को इसे ग्लोबल इमरजेंसी डिक्लेयर किया गया था। उस वक्त चीन के बाहर यानी दूसरे देशों में 100 से कम केस रिपोर्ट हुए थे। इसके अलावा किसी की मौत की जानकारी भी नहीं मिली थी। इसके बाद जो 3 साल गुजरे, उनमें दुनिया पूरी तरह बदल गई। करीब 70 लाख लोग मारे गए
मेडिकल साइंस के लिए सेलिब्रेशन का दिन
इस ऐलान का असर ये होगा कि ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी को लेकर सोच और फिक्र थी, वो कुछ हद तक कम हो जाएगी। भारत के हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर के मुताबिक- WHO ने सही कदम उठाया है। कोविड के खिलाफ हाईलेवल इम्युनिटी डेवलप हो चुकी है। इसमें वैक्सीनेशन का अहम रोल है। यह पहले की तरह खतरनाक वायरस नहीं रहा। यह मानवता के लिए खुशखबरी है और साइंस के लिए सेलिब्रेशन का वक्त है।