एक हजार रुपए में बचेगी जानः BEC छात्रों ने बनाई ऐसी डिवाइस कि बिना हेलमेट पहने चला ही नहीं पाएंगे बाइक, पढ़ें पूरी खबर...

BHAGALPUR: बिना हेलमेट पहने बाइक सवार की आये दिन सड़क दुघर्टना में मौत हो रही है. सरकार व पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार चेकिंग व जागरूकता अभियान चलाने के बावजूद लोग बिना हेलमेट के बाइक चलाने से बाज नहीं आ रहे. इस समस्या के समाधान के लिए भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज (बीसीइ) के फाइनल इयर के चार छात्रों ने एक ऐसा प्रोजेक्ट तैयार किया है, जिसके माध्यम से बिना स्मार्ट हेलमेट पहने व इसका क्लिप लगाये बाइक स्टार्ट ही नहीं होगा. इस प्रोजेक्ट को तैयार करने वाले बीसीइ के इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशन विभाग के छात्र राहुल चौधरी, निरंजन कुमार निराला, रौशन कुमार व रंजन कुमार हैं. सभी छात्रों के गाइड असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अमित कुमार सिंह हैं.
छात्र राहुल ने बताया कि एक बार वह कॉलेज से अपने घर दरभंगा जा रहे थे. रास्ते में एक बिना हेलमेट पहने बाइक सवार की सड़क दुर्घटना में मौत होते देखा. मैंने उसी समय तय किया कि ऐसे डिवाइस का निर्माण करेंगे, जिससे लोग हेलमेट पहनने का मजबूर हो जायें. इससे चेकिंग के दौरान लोगों को डिवाइस की कीमत के बराबर फाइन भी नहीं भरना होगा.
कैसे काम करता है यह प्रयोग
प्रोजेक्ट तैयार करने वाले छात्रों ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को 'no helmet, no ride' कॉन्सेप्ट से तैयार किया गया है. बाइक में रिसीवर व हेलमेट में छोटे ट्रांसमिटर लगाये गये हैं. जब चाबी के माध्यम से बाइक को ऑन किया जाता है, तब बाइक व हेलमेट एक दूसरे से रेडियो फ्रिक्वेंसी के माध्यम से जुड़ जाते हैं. इसके लिए बाइक को ऑन करना होगा. वहीं हेलमेट को पहनकर इसके क्लिप को लगाना होगा. क्लिप लगते ही रेडियो फ्रिक्वेंशी से बाइक में लगे रिसीवर को संकेत मिलता है. फिर बाइक में लगा रिले ऑन होने के बाद साथ साथ बाइक का इग्निशन सिस्टम ऑन हो जाता है.
महज एक हजार रुपये खर्च हुए, स्टार्ट अप की तैयारी
प्रोजेक्ट तैयार करने वाले छात्र राहुल कुमार चौधरी ने बताया कि इस सिस्टम को विकसित करने में महज 1080 रुपये खर्च हुए. इसमें सात छोटे व सस्ते उपकरणों का प्रयोग किया गया है. अगर इस सिस्टम को बाइक बनाने वाली कंपनियां अपने उत्पाद में प्रयोग करे तो देश में कई लोगों की जान को बचाया जा सकता है. एक लाख रुपये की बाइक में महज हजार रुपये खर्च कर इस डिवाइस को लगाया जा सकता है. छात्रों ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को लेकर स्टार्ट अप की तैयारी में लगे हैं.