मोतिहारी DEO ने DM के पाले में डाली गेंद ! फर्जी 131 शिक्षकों व सेटिंगबाज नियोजन इकाई पर अब DM करेंगे कार्रवाई,फाइल जिलाधिकारी के पास...

MOTIHARI मोतिहारी में फर्जी शिक्षक अभ्यर्थियों की संख्या 131 पर पहुंच गई। ऐसे शिक्षकों पर तुरंत मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया गया था। तीन महीने बीतने के बाद भी नियोजन इकाई ने एक भी शिक्षक पर केस दर्ज नहीं किया। फर्जी शिक्षक अभ्यर्थियों को बचाने में शिक्षा विभाग के कुछ सरकारी सेवक से लेकर नियोजन इकाई जुटी है। खबर के बाद डीईओ ने गेंद जिलाधिकारी के हवाले कर दिया है। यानि डीएम के स्तर से ही अब कुछ कार्रवाई हो सकती है।
गेंद डीएम के पाले में
मोतिहारी में फर्जी प्रमाणपत्र उपयोग करने वाले शिक्षक अभ्यर्थियों की संख्या पहुची 131 पर पहुंच गई है। जिला शिक्षा कार्यालय ने पूर्व में 93 शिक्षक अभ्यर्थियों पर प्राथमिकी दर्ज के लिए नियोजन इकाई को पत्र भेजा था। लेकिन वो संख्या बढ़कर 131 पर पहुंच गई . तीन महीने बीतने के बाद भी फर्जीवाड़ा करने वाले एक भी शिक्षकों पर केस दर्ज नहीं किया जा सका। इतने दिनों में डीईओ कार्यालय नियोजन इकाई को पत्र भेज रहा तो नियोजन इकाई उस पत्र को रद्दी की टोकरी में डाल कर चुप्पी साध ले रही। चूहा-बिल्ली का खेल पिछले तीन महीने से जारी है। अब इस जिला शिक्षा पदाधिकारी ने गेंद को डीएम के हवाले कर दिया है। मोतिहारी के डीईओ ने बताया है कि फर्जी शिक्षकों पर केस दर्ज नहीं करने वाले नियोजन इकाई पर कार्रवाई के लिए 16 अप्रैल को ही डीएम को प्रतिवेदित किया गया है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को भी नियोजन इकाई द्वारा कार्रवाई नही करने की जानकारी दे दी गई है। पूर्व में नियोजन इकाई से स्पष्टीकरण का भी मांग किया जा चुका है ।फर्जी अभ्यर्थियों पर कार्रवाई नही करना नियोजन इकाई की मिलीभगत है । डीएम द्वारा भी नियोजन इकाई पर जल्द एक्शन का आश्वासन दिया गया है।
8 जनवरी 2022 से चल रहा खेल
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने 8 जनवरी 2022 को ही मोतिहारी के डीईओ को फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाल होने वाले शिक्षा शिक्षक अभ्यर्थियों पर केस दर्ज करने को कहा था. इसके पहले पूर्वी चंपारण के डीएम ने भी 2 सितंबर 2021 को ही जिला शिक्षा पदाधिकारी को इस संबंध में आदेश दिया था. इसके बाद भी शिक्षक अभ्यर्थियों पर अब तक केस दर्ज करने की कार्रवाई नहीं की गई है.अधिकारी एक-दूसरे को पत्र भेज केस दर्ज कराने का घोड़ा दौड़ा रहे। तीन महीनों में एक भी फर्जी शिक्षक अभ्यर्थी पर केस दर्ज नहीं हो सका। इसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने 6 अप्रैल को फिर से सभी नगर पंचायत नियोजन इकाई, प्रखंड नियोजन समिति के सचिव, पंचायत शिक्षक नियोजन समिति को पत्र लिख 2 दिनों में केस दर्ज करने को कहा। लेकिन आज तक एक भी फर्जी शिक्षक अभ्यर्थी पर केस दर्ज नहीं किया जा सका है। इसके पहले डीईओ ने18 फरवरी 2022 को सभी नियोजन समिति के सचिव को पत्र लिख केस दर्ज करने की खानापूर्ति की थी।
लेटर का खेल
मोतिहारी के जिला शिक्षा पदाधिकारी के पत्र में कहा गया कि प्रारंभिक शिक्षक नियोजन वर्ष 2019-20 के तहत पहले, दूसरे एवं तीसरे चक्र की काउंसलिंग में फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाली की शिकायत मिली थी। इसके बाद चयनित अभ्यर्थियों के शिक्षक पात्रता प्रमाण पत्र,सीटीईटी-बीटीईटी प्रमाण-पत्रों की जांच के लिए निर्देश दिये गए थे। जिसके बाद बीटीईटी का सत्यापन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से तथा सीटीईटी प्रमाण पत्र का सत्यापन वेबसाइट से 12 जनवरी 2022 के द्वारा गठित कमेटी से कराई गई. डीईओ ने अपने पत्र में कहा है कि जांच के बाद फर्जी प्रमाण पत्र वाले अभ्यर्थियों पर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए 18 फरवरी को ही आदेश दिया गया. लेकिन अब तक प्राथमिकी दर्ज करने के संबंध में कोई जानकारी नहीं है.
मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट