पिता के बयानबाजी का खामियाजा भुगत सकती हैं सांसद संघमित्रा मौर्य, लोकसभा चुनाव से कट सकता है पत्ता
BADAUN : हिन्दू धर्म ग्रंथों और सनातन धर्म को लेकर दिए गए बयानों के कारण स्वामी प्रसाद मौर्य अक्सर चर्चा में रहते हैं। अब उनके इस बयानबाजी का खामियाजा उनकी सांसद बेटी डा. संघमित्रा मौर्य को भुगतना पड़ सकता है। संघमित्रा भाजपा से सांसद है और ऐसी चर्चा है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी उनका टिकट काट सकती है। चर्चा है कि संघमित्रा की जगह केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा को टिकट दिया जा सकता है।
संघमित्रा बदायूं लोकसभा सीट से सांसद है और अब तक भाजपा ने इस सीट से अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है। ऐसे में यहां चर्चा है कि संघमित्रा की जगह किसी और को पार्टी अपना कैंडिडेट बना सकती है। वहीं टिकट कटने की संभावनाओं के बीच सांसद डा.संघमित्रा मौर्य समेत टिकट के अन्य दावेदारों ने दिल्ली में डेरा डाल रखा है। बताया जा रहा है कि यहां जल्द ही तस्वीर साफ हो सकती है
भाजपा ने लोकसभा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी, जिसमें उत्तर प्रदेश की 51 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए थे लेकिन बदायूं लोकसभा सीट पर घोषणा नहीं की थी। इस सीट पर भाजपा की टिकट पर संघमित्रा मौर्य वर्तमान में सांसद हैं। जो कि स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी हैं।
भाजपा ने लोकसभा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी, जिसमें उत्तर प्रदेश की 51 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए थे लेकिन बदायूं लोकसभा सीट पर घोषणा नहीं की थी। इस सीट पर भाजपा की टिकट पर संघमित्रा मौर्य वर्तमान में सांसद हैं। जो कि स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी हैं।
जब तक भाजपा की पहली सूची जारी नहीं हुई थी तब तक दावेदार अपने करीबी नेताओं के संपर्क में तो बने थे, लेकिन शांत थे। पहली सूची में बदायूं का नाम न होने से दावेदारों में अफरा-तफरी मच गई।