नीतीश सबके हैं, सब नीतीश के हैं... सरकार बदलने की अटकलों के बीच लालू की राजद का सरेंडर, कहा- नीतीश रहेंगे साथ तभी मिलेगी जीत
पटना। क्या लेफ्ट क्या राइट , क्या समाजवादी क्या पूंजीवादी, क्या कम्युनल क्या सिकुलर, नीतीश कुमार सबके हैं और सब नीतीश कुमार के हैं। नीतीश कुमार जिधर रहेंगे उधर ही पलड़ा भारी रहेगा। बिहार में सियासी उथलपुथल की अटकलों के बीच राष्ट्रीय जनता दल ने गुरुवर को स्वीकारा कि नीतीश कुमार के साथ से ही राजद या कोई भी गठबंधन बड़ी जीत हासिल कर सकता है।
राजद सुप्रीमो लालू यादव के करीबी शिवानंद तिवारी ने कर्पूरी ठाकुर जयन्ती पर बिहार में जदयू, राजद, भाजपा की सियासी ताकत का आकलन किया है। उन्होंने कहा, 'कल कर्पूरी जी के बहाने बिहार की राजनीति के तीनों खेमों ने अपनी अपनी ताक़त का प्रदर्शन किया. यह माना जाता है कि बिहार के तीन में दो ख़ेमें जिधर रहते हैं बहुमत उधर ही रहता है. कल के तीनों कार्यक्रम की ताक़त से स्पष्ट हो गया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन लोकसभा के चुनाव भाजपा के अश्वमेध यज्ञ के घोड़े को बिहार में ही पकड़ कर बांध देगा. इस प्रकार संविधान, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय विरोधी नरेंद्र मोदी का पुनः प्रधानमन्त्री बनने का सपने धूल धूसरित हो जायेगा. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के महागठबंधन की यह भूमिका इतिहास में दर्ज होगी.'
दरअसल शिवानंद तिवारी का नीतीश की ताकत को बताने वाला पोस्ट उस समय आया है जब नीतीश और राजद के रिश्तों में तल्खी की खबर सामने आई है। कर्पूरी जयंती पर नीतीश कुमार ने परिवारवादी पार्टियों पर टिप्पणी की थी। इसके एक दिन बाद लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर एक के बाद एक तीन ट्वीट किया जिससे बिहार में सियासी भूचाल मच गया। माना गया कि नीतीश कुमार रोहिणी आचार्य के पोस्ट से नाराज थे। नीतीश की नाराजगी की खबर सामने आने के बाद रोहिणी ने अपना पोस्ट डिलीट कर लिया।
दूसरी हो बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई। भारतीय जनता पार्टी बिहार पर विशेष नजर गड़ाए हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के बीच फोन पर बात होने की खबरें सामने आई। इस बीच बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी को गुरुवार शाम दिल्ली बुलाया गया। अमित शाह के साथ सम्राट चौधरी और बिहार भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े की बैठक हो रही है।
वहीं नीतीश कुमार ने भी अपने खास नेताओं के साथ बैठक की है । इन सबके बीच अब राष्ट्रीय जनता दल में लालू यादव तो खुद कुछ नहीं बोल रहे हैं लेकिन उनके खास शिवानंद तिवारी ने यह संकेत दे दिया है कि नीतीश को राजद कमतर नहीं आंकती है। उनकी ताकत से राजद वाकिफ है और इसीलिए शिवानंद तिवारी खुलकर नितेश की तारीफों के पुल बांध रहे हैं।