बिहार में सियासी उठापटक तेज, नीतीन नवीन ने कह दी ये बड़ी बात
पटना-बिहार की सियासी हलचल बढ़ी हुई है.बिहार के सीएम नीतीश कुमार के कई कदमों ने इंडी गठबंधन के नेताओं के हार्ट बीट को खासा तेज कर दिया है.सवाल है कि नीतीश का अगला कदम क्या होगा, क्या नीतीश आज, कल या परसों इस्तीफा देंगे या केवल अफवाहों का बाजार है ये सब.क्या सुशासन बाबू फिर पलटी मारेंगे? आग तब लगनी शुरु हुई जब गुरुवार को कैबिनेट की बैठक का नजारा दिखा. अभी घंटा भी नहीं बीता कि लालू की बेटी रोहिणी ने नीतीश का नाम लिए बिना तल्ख ट्वीट कर दिया. ट्वीट के बाद कथित तौर पर नीतीश गुस्से से लाल हो गए. और शुरु हो गया कयासों का दौर . बिहार के नेताओं को दिल्ली बुलाया गया. अमित शाह के साथ काफी दिनों के बाद सुशील मोदी की बैठक हुई. ये तो गुरुवार के दिन का सिलसिला था.
आज गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह गांधी मैदान में सीएम नीतीश और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी अलग अलग दिखे. तेजस्वी ने नीतीश का अभिवादन किया लेकिन नीतीश ने उनकी तरफ देखा तक नहीं. एक समय था कि जब दोनों एक साथ बैठते थे वहां अलग अलग दिखे. अब सवाल है कि क्या जदयू और राजद के रास्ते अलग होंगे?अलग होंगे तो कब होंगे.वहीं सूत्रों के अनुसार बिहार की राजनीति में आज नहीं तो कल कुछ न कुछ तो होगा हीं.
सियासत में असल बयानों से बिहार में किसी भी बड़ी घटना की पृष्ठभूमि तो दिख हीं रही है. बिहार में काफी कुछ बदला बदला सा है. नीतीश-लालू की दोस्ती में दरार दिख रही है, जदयू -राजद के दिल नहीं मिलते हुए से दिख रहे हैं तो इंडी गठबंधन में भी खींचतान बढ़ता हुआ सा दिख रहा है. सियासी सूत्रों के अनुसार सब कुछ तय हो चुका है,
अब अगर कुछ बयानबाजी ने सियासी माहौल को गर्म किया है, तो इसके साथ-साथ नीतीश का इतिहास भी बहुत कुछ बयां कर रहा है. सियासी जानकारों के अनुसार नीतीश का सिर्फ एक लक्ष्य है , किसी भी कीमत पर सत्ता में बने रहना, फिर चाहे वो लालू के साथ समझौते से हो या फिर भाजपा के साथ गठबंधन से. बिहार में एक बार फिर माहौल ऐसा दिखने लगा है कि नीतीश फिर एनडीए के साथ जा सकते हैं.
वहीं बिहार सरकार के पूर्व मंत्री भाजपा विधायक नितिन नवीन ने कहा है कि बीजेपी बिहार में हो रही गतिविधियों पर अवलोकन कर रही है और केंद्रीय नेतृत्व इस पर पैनी से नजर बनाई हुई है. उन्होंने कहा कि अवलोकन के बाद फैसला लिया जाएगा और जो साथ में आएंगे उन्हें लिया जाएगा.नीतीश नवीन ने कहा कि दरवाजा खोलने और बंद करने की बात अभी कोई नहीं है.
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि बिहार में खेला होना तो तय है अब देखना होगा ये होता कब है- आज, कल या परसो...
पटना से बंदना की रिपोर्ट