नीतीश राज में एक और भ्रष्टाचार का निर्माण हुआ स्वाहा ! पूर्णिया में एक महीने पहले बना स्टेट हाईवे का कल्वर्ट ताश के पत्तों की तरह हुआ धराशयी

PURNIA: पूर्णिया में ब्रिज के अप्रोच पथ और सड़क के बाद अब स्टेट हाईवे 99 में बना कल्वर्ट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। स्टेट हाईवे पर लाखों खर्च कर बनाए गए कल्वर्ट तास की पत्तो की तरह पानी में बह गया है। हैरत की बात है कि इसे बने हुए ठीक से एक महीने भी पूरे नहीं हुए थे कि बायसी से बहादुरगंज को जोड़ने वाली SH 99 में बना कल्वर्ट भारभरा कर पानी के साथ बह गया। इस कल्वर्ट को अमौर प्रखंड के बेलगच्छी के समीप स्टेट हाईवे 99 में बनाया गया था। वहीं इस कल्वर्ट के बह जाने से निर्माण कार्य पर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
बायसी से बहादुरगंज ही नहीं बल्कि स्टेट हाईवे 99 बायसी से बंगाल के बागडोगरा को भी जोड़ेगी। ऐसे में कल्वर्ट के ध्वस्त होने की खबर तब सामने आई है जब अमौर में बाढ़ का हाहाकार पूरी तरह शांत हो चुका है। यही वजह है कि अमौर प्रखंड के बेलगच्छी के समीप स्टेट हाईवे 99 पर बने कल्वर्ट के टूटने पर बवाल खड़ा हो गया है। इस घटना से आक्रोशित स्थानीय न सिर्फ नए सिरे से मजबूत कल्वर्ट के निर्माण की मांग कर रहे हैं। बल्कि विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं।
पूर्णिया जिला मुख्यालय मुकर्रम हुसैन ने बताया कि करीब 600 करोड़ की लागत से बायसी से बहादुरगंज को जोड़ने वाली SH 99 पर बने इस कल्वर्ट का कार्य शुरुआत से ही गुणवत्ता को ताक पर रखकर कराया जा रहा था। इसकी शिकायत भी की गई थी। मगर स्थानीय की एक नहीं सुनी गई। सरकारी कार्य में बाधा डालने की बात कहकर स्थानीय लोगों को डराकर भगा दिया गया। पानी को झेलने के लिए कल्वर्ट की जितनी चौड़ाई होनी चाहिए थी। वह नहीं थी। साथ ही जिस प्रकार का मेटेरियल कल्वर्ट निर्माण में किया गया था। इसमें भी निर्माण के नाम पर खानापूर्ति की गई थी। यही वजह है कि अब जब बाढ़ का पानी अमौर से निकल गया है। पानी की रफ्तार शांत हो गई है। तब जाकर यह कल्वर्ट भारभरा कर बिखड़ पड़ा है। इससे साफ है कार्य गुणवत्ता को ताक पर रखकर किया गया।
कल्वर्ट निर्माण का कार्य करीब 1 महीने पहले बीएसआरडीसीएल के द्वारा कराया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि करोड़ों की लागत से इस सड़क के चौड़ीकरण का कार्य कराया जा रहा है। जगह-जगह कई कल्वर्ट दिए गए हैं। ऐसे में सभी के निर्माण कार्य की जांच करने की मांग की है एवं दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की भी मांग की गई है।
वहीं इससे पहले 15 -16 जुलाई को पूर्णियां के अमौर और बैसा प्रखंड में कनकई, महानंदा, दास, बकरा और परमान जैसी नदियों के उफान पर आ जाने से बाढ़ के पानी के तेज बहाव में बैसा और अमौर की 5 सड़कें कट कर बह गई थी। इसमें वैसा प्रखंड की 3 सड़कें और अमौर प्रखंड की 2 सड़कें शामिल थी। बाढ़ के पानी में बहने वाली इन ग्रामीण सड़कों में इनमें फुलेश्वरी से हारना, रायबेर से प्रसादपुर, बरडीहा से खाता टोली, झौंवाटोली से चटांगी, भसना चौक से पीपरा गांव तक जाने वाली ग्रामीण सड़क शामिल हैं।