राष्ट्र रक्षा में बलिदान हुए बिहार के लाल रामानुज का पार्थिव शरीर पहुंचा पटना, गमगीन आंखों से लोगों ने दी श्रद्धांजलि

पटना. देश की रक्षा में जान गंवाने वाले बिहार के वीर बेटे रामानुज का पार्थिव शरीर रविवार को पटना एयरपोर्ट पर आया. यहां से उनके पार्थिव शरीर को पटना जिले के पालीगंज स्थित पैतृक गांव भेजा जाएगा. स्थानीय भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम कृपाल यादव ने पटना एयरपोर्ट पर शहीद के को श्रद्धांजली दी.
सांसद ने कहा कि देश और बिहार ने भारत माता के सच्चे और बहादुर सपूत को खो दिया है. आज मैं काफी मर्माहत और विचलित हूं. ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनके पिता ललन यादव सहित पूरे परिवार को इस संकट की घड़ी में ईश्वर धैर्य प्रदान करें. भाजपा जिला अध्यक्ष आशुतोष कुमार और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रणधीर यादव ने भी शहीद के प्रति शोक संवेदना प्रकट की है.
एयरपोर्ट के अधिकारियों के साथ साथ राज्य के पुलिस महानिदेशक, मुख्यमंत्री के तरफ से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ, सांसद रामकृपाल यादव के साथ कई अन्य गणमान्य लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की. श्रद्धांजलि अर्पित किए जाने के बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके गांव अंत्येष्टि के लिए पालीगंज भेजा गया जहां राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि होगी.
शुक्रवार को लद्दाख में हुए हादसे में बिहार के पटना जिले के रामानुज की मौत हो गयी. 24 वर्षीय लाल रामानुज जिस गाड़ी में सफर कर रहे थे वह वाहन लद्दाख के तुकतुक सेक्टर में सड़क से फिसल कर श्योक नदी में गिर गया. हादसे में 7 जवानों की मौत हो गई जबकि 19 सैनिक घायल हो गए. मृत जवानों में पटना के पालीगंज प्रखंड के परियों गांव के 24 वर्षीय रामानुज यादव भी शामिल हैं.
गांव में रामानुज की मौत की खबर मिलते ही पुरे गांव में मातम पसर गया. शोक संतप्त परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. अपने बेटे को खोने के गम में पूरा गांव गमगीन है. बेटे की मौत की खबर मिलते ही रामानुज के पिता की तबीयत भी खराब हो गई. तीन भाइयों रामानुज सबसे छोटे थे. रामानुज का चयन महाराष्ट्र मराठा रेजीमेंट में 2016 में हुआ था.
गांव में रामानुज की मौत की खबर मिलते ही पुरे गांव में मातम पसर गया. शोक संतप्त परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. तीन भाइयों में रामानुज सबसे छोटे थे. उनकी उम्र महज 24 साल थी. रामानुज का चयन महाराष्ट्र मराठा रेजीमेंट में 2016 में हुआ था। जिसके बाद वह ड्यूटी पर तैनात थे. आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनका पार्थिव शरीर गांव के लिए रवाना कर दिया गया है.