इंतज़ार ख़त्म, 'भरखमा' 6 सितंबर को सिनेमाघरों में होगी प्रदर्शित, संस्कृति, परंपराओं और संघर्षों की एक अनूठी कहानी

इंतज़ार ख़त्म, 'भरखमा' 6 सितंबर को सिनेमाघरों में होगी प्रदर्शित, संस्कृति, परंपराओं और संघर्षों की एक अनूठी कहानी

डेस्क- राजस्थानी सिनेमा के चाहने वालों का इंतज़ार अब ख़त्म हुआ! बहुप्रतीक्षित फिल्म 'भरखमा' 6 सितंबर को सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए तैयार है। इस फिल्म के बारे में राजवीर गुर्जर बस्सी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि यह एक ज़बरदस्त फिल्म है और 6 सितंबर को सिनेमाघरों में दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ेगी। 

राजस्थानी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता राजवीर गुर्जर बस्सी ने 'भरखमा' की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा, "'भरखमा' एक ऐसी फिल्म है जो राजस्थानी संस्कृति, परंपराओं और संघर्षों की एक अनूठी कहानी को बड़े पर्दे पर पेश करेगी। यह फिल्म दर्शकों को निराश नहीं करेगी। मुझे पूरा विश्वास है कि 6 सितंबर को सिनेमाघरों में दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ेगी।"

'भरखमा' डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी की साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार से सम्मानित कृति 'भरखमा' पर आधारित है। फिल्म के ट्रेलर को दर्शकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। ट्रेलर में दिखाए गए दृश्यों से साफ है कि फिल्म राजस्थान की रंगीन संस्कृति, पारंपरिक वेशभूषा और लोक संगीत से सराबोर होगी। यह फिल्म राजस्थान के लोगों के संघर्षों, उनकी भाषा और संस्कृति के प्रति उनके प्रेम को बखूबी दर्शाएगी।

फिल्म के कलाकार भी 'भरखमा' को लेकर बेहद उत्साहित हैं। फिल्म के मुख्य कलाकार श्रवण सागर और अंजलि राघव ने भी लोगों से फिल्म देखने की अपील की है। 

'भरखमा' राजस्थानी सिनेमा के लिए एक नई उम्मीद की किरण लेकर आई है। इस फिल्म के जरिए राजस्थानी सिनेमा को एक नई पहचान मिलने की उम्मीद है। राजवीर गुर्जर बस्सी के इस बयान से यह उम्मीद और भी बुलंद हो गई है। अब देखना यह है कि क्या 'भरखमा' दर्शकों की उम्मीदों पर खरी उतर पाती है और राजस्थानी सिनेमा को एक नई ऊंचाई दे पाती है।

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