सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री करेंगे शुभारंभ, उपमुख्यमंत्री विजय सिंहा ने कहा- बिहार को बीमारी से मुक्ति दिलाने के लिए आ रहे हैं जेपी नड्डा
दरभंगा - उतर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल DMCH में करीब 150 करोड़ की लागत से बने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा शुभारंभ करने जा रहे है। जिसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई। सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल चालू होने से दरभंगा सहित आसपास के जिले के लोगो को काफी लाभ मिलेगा। गंभीर असाध्य रोगियों को पटना की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
दरअसल, 210 बेड के इस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में न्यूरोलाजी, गैस्ट्रोलाजी, इनफर्टिलिटी, पीडियाट्रिक सर्जरी, नेफ्रोलाजी, बर्न प्लास्टिक सर्जरी, न्यूरोलाजी सर्जरी एवं कार्डियोलाजी सहित कुल आठ विभाग हैं। जिसमें से सात विभागों में ओपीडी सेवा आरंभ है और डाक्टरों को तैनात किया जा चुका है। यहां गैस्ट्रोलाजी विभाग खुलने से लोगों एडंवास उपचार पद्धति का लाभ मिलेगा। इसके अलावा किडनी, मस्तिष्क, नस, पाचनतंत्र, हार्ट, बर्न आदि के मरीज भी लाभान्वित होंगे।
वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के बिहार के आगमन पर कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा बीमार बिहार को स्वस्थ्य करने के लिए आ रहे है। बिहार को पहले भी NDA गठबंधन ने स्वस्थ किया था। आगे भी करती रहेगी। कुछ दिनों के लिए इस बिहार को जिसने अस्वस्थ किया, उसको पूर्ण स्वस्थ करने के लिए कई उद्घाटन-शिलान्यास और बिहार को बीमारी से मुक्ति दिलाने के लिए जेपी नड्डा जी का दो दिवसीय बिहार दौरा हो रहा है। इस दौरे से बिहार को बहुत सारे लाभ और उपहार मिलने वाले है।
बता दें कि वर्ष 2016 में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण शुरू हुआ था। पांच मंजिली इस अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर में एडमिशन, इमरजेंसी पैथोलाजी जांच केंद्र एवं रेडियोलाजी विभाग संचालित हो रहा है। जबकि फर्स्ट फ्लोर पर नेफ्रोलाजी, गैस्ट्रोलाजी न्यूरोलाजी एवं कार्डियोलाजी विभाग का ओपीडी चल रहा है। वहीं द्वितीय तल पर बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग मौजूद है। तीसरे तल पर न्यूरो सर्जरी एवं न्यूरोलाजी विभाग है।
चौथे फ्लोर पर कार्डियोलाजी एवं सीटीवीएस की व्यवस्था है। जबकि पांचवें तल पर आपरेशन थियेटर, कैच लैब, एनेस्थेसियोलाजी, आईसीयू एवं सीसीयू मौजूद है। इस अस्पताल के सभी आठों विभाग के लिए 20-20 बेड की सुविधा दी गई है। वहीं प्री ओपीडी, पौस्ट ओपीडी, कैथलैब, डायलिसिस एवं अइसीयू के लिए 50 बेड बना हुआ है। सभी 210 बेड पर मरीजों का इलाज की व्यवस्था उन्नत हो जाएगी।
रिपोर्ट- वरुण कुमार ठाकुर