सरकारी जमीन पर मालिकाना हक किसका : कब्जे को लेकर भिड़ गए दो पक्ष, जमकर हुई हाथापाई, पुलिस को देना पड़ा दखल

सरकारी जमीन पर मालिकाना हक किसका : कब्जे को लेकर भिड़ गए दो पक्ष, जमकर हुई हाथापाई, पुलिस को देना पड़ा दखल

ARWAL : अब तक निजी जमीन पर अधिकार को लेकर लड़ाई और खून खराबे होते थे, लेकिन अरवल में सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर वृहस्पतिवार को दो पक्षों में जमकर भिड़ंत हो गई। इस दौरान दोनों पक्षों के लोगों के बीच जमकर मारपीट हुई। स्थिति यहां तक पहुंच गई कि मामले को निपटाने के लिए पुलिस को दखल देना पड़ा। दोनों पक्षों को चेतावनी दी गई कि अगर शांति व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश की दोनों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही दोनों को तत्काल सरकारी जमीन को खाली करने के निर्देश दिए गए।

 दरअसल मामला अरवल जिले के  कुर्था प्रखंड मुख्यालय के नाक के नीचे मात्र दो सौ मीटर पर सरकारी पशु चिकित्सालय के आगे एक पक्ष द्वारा परती जमीन की एरिया को घेर कर अपने कब्जे में दिखाने की कोशिश की गई। वहीं दूसरे पक्ष के लोगों द्वारा भी उस जमीन पर कब्जे की कोशिश होने लगी जिसके बाद बात तू-तू मैं-मैं होते होते हाथापाई होने लगी और मारपीट में तब्दील हो गई और उस जगह रणक्षेत्र बन गया। कई लोग इधर उधर भागते नजर आए हालांकि इसी बीच किसी ने कुर्था थाने को सूचना दे दी।

उसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए कुर्था थानाध्यक्ष द्वारा तुरंत  पैंथर मोबाईल के जवानों को घटना स्थल पर भेजा गया हालांकि इसके बाद स्थिति सामान्य हो गई उसके बाद पुनः दोनों में फिर एकबार भिड़ंत हो गई फिर आनन फानन में थाने से पैदल हीं थानाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार, पुलिस इंस्पेक्टर उमाशंकर सिंह, इंस्पेक्टर अजय कुमार,सीओ अलका कुमारी पुलिस अवरनिरीक्षक दिनेश मंडल पुलिसकर्मियों के साथ दौड़ पड़े और उत्तेजित लोगों को खदेड़ा। 

हालांकि अंचलाधिकारी अलका कुमारी ने सरकारी जमीन होने का हवाला देते हुए दोनों पक्षों को तुरंत उस जगह को खाली करने को कहा तथा नहीं करने पर कार्रवाई करने की बात कही। वहीं थानाध्यक्ष ने दोनों पक्षों को हिदायत देते हुए कहा कि अगर विधि व्यवस्था में अशांति फैलाने की कोशिश की गई तो सख्ती के साथ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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