UP Crime News: लखनऊ में अवैध संबंधों के चलते मामा ने भांजे को उतारा मौत के घाट, भांजे की पत्नी पर थी मामा की बुरी नजर, पत्नी समेत 3 गिरफ्तार
लखनऊ: लखनऊ के नगराम इलाके में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। भांजे की पत्नी से अवैध संबंधों के चलते कथित मामा ने उसकी हत्या कर दी। इस वारदात में पत्नी ने भी साथ दिया। पुलिस ने आरोपी पत्नी, मामा और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया गमछा और बाइक बरामद की गई है।
नाले में मिला था शव
छतौनी गांव का रहने वाला मजदूर रामफेर 18 सितंबर की शाम घर से निकला था। अगले दिन सुबह उसका शव इंदिरा नहर के पास एक नाले में मिला। शव पर गले में कसाव और चोट के निशान थे। पोस्टमॉर्टम में मौत का कारण डूबना बताया गया। मामले में रामफेर के भाई ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
कैसे बढ़े नजदीकियां
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी बसंतलाल अक्सर अपनी दीदी के घर आता-जाता था, जो रामफेर के घर के बगल में रहती हैं। इस दौरान उसकी नजदीकियां रामफेर की पत्नी मीरा से बढ़ गईं। इधर, रामफेर शराब का आदी था और आए दिन पत्नी से मारपीट करता था। इसी से तंग आकर मीरा और मामा ने रामफेर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
शराब पिलाकर दी गई मौत
योजना के तहत बसंतलाल और उसका साथी केतार, रामफेर को प्लॉटिंग साइट के पास ले गए। वहां उसे शराब पिलाई गई। नशे में होने पर दोनों ने मिलकर गमछे से गला दबाया और बेसुध होने के बाद नाले में डुबोकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी उसका मोबाइल लेकर फरार हो गए।
मामा चाहता था भांजे की पत्नी को अपने साथ रखना
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि बसंतलाल मीरा को अपने साथ घर ले जाना चाहता था। उसने अपनी पत्नी तक को मना लिया था कि वह मीरा को भी साथ रखेगा। घटना के बाद रात में बसंतलाल और मीरा की मुलाकात भी हुई, जिसके बाद मीरा घर लौटकर पति को खोजने का नाटक करती रही।
बच्चों पर टूटा दुखों का पहाड़
रामफेर की मौत के बाद उसकी 13 साल की बेटी प्रियंका और 11 साल का बेटा प्रिंस बेसहारा हो गए हैं। मीरा को जेल भेजा जा चुका है। समाजसेवी सुभाष गुप्ता ने दोनों बच्चों की मदद का जिम्मा उठाने की बात कही है।
प्लान-ए और प्लान-बी
आरोपियों ने बचने के लिए दो प्लान बनाए थे। प्लान-ए में हत्या को हादसा दिखाने के लिए रामफेर को नाले में डुबोने की योजना थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डूबने की वजह से मौत आने से उनका प्लान सफल लगता, लेकिन गले के निशान और पुलिस सर्विलांस ने राज खोल दिया। प्लान-बी के तहत मीरा ने हत्या का आरोप गांव के विपक्षियों पर डालने की कोशिश की, ताकि पुरानी जमीन विवाद को वजह बताया जा सके। लेकिन पुलिस की सटीक जांच ने सच सामने ला दिया।